रायपुर। 3 अक्टूबर को कवर्धा के लोहारा नाका चौक पर हुए विवाद और गिरफ्तारी को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है.  सीएम हाउस घेराव के लिए निकले भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोक लिया है. सीएम हाउस घेराव को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा को सिर्फ दो ही काम आता है. सांप्रदायिकता और धर्मांतरण के मुद्दों के अलावा इनके पास कुछ नहीं हुई है.

इस दौरान सीएम हाउस घेराव को लेकर BJP नेता और ASP की जमकर बहस हुई है. BJP विधायक बैरिकेड्स लांघकर जाना चाह रहे थे, लेकिन भाजपा नेताओं को पुलिस ने आधे रास्ते पर ही रोक दिया. सिविल लाइन थाना के सामने रोका. जहां बीजेपी नेताओं ने थाने में प्रदर्शन किया. पुलिस ने नेताओं को हिरासत में लेकर अब छोड़ दिया है.

इस दौरान पुलिस के साथ भाजपा नेताओं की जमकर झूमा-झटकी हुई. सिविल लाइन थाना में भाजपा नेता घुस गए थे. जहां
धरने पर भाजपा नेता बैठे हैं. इससे पहले भी बीजेपी नेता सीएम हाउस घेराव की कोशिश कर चुके हैं. पुलिस ने भाजपा नेताओं को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया है. भाजपा नेता प्रदर्शन समाप्त कर कार्यलय के लिए वापस लौट गए हैं.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा के सांसद, विधायक कार्यकर्ताओं के साथ एकात्म परिसर से निकले थे. घेराव-प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेता-प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित सांसद और विधायक शामिल रहे.

इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमने तो भारतीय जनता पार्टी को कहा था कि अगर आपके पास कोई तथ्य है तो दे दीजिए, अब तो उन्होंने तथ्य दिए नहीं. भाजपा के पास कोई काम नहीं है. छत्तीसगढ़ में न किसानों के साथ हैं, न आदिवासी, न अनुसूचित जाति, मजदूर, महिला और युवा कोई इनके साथ नहीं है. क्योंकि सभी के लिए सरकार ने योजनाएं बनाई है और उन्हें लाभ मिल रहा है.

सीएम ने कहा कि भाजपा को सिर्फ दो ही काम आता है. सांप्रदायिकता और धर्मांतरण के मुद्दों के अलावा इनके पास कुछ नहीं हुई है. कवर्धा में एक छोटी सी घटना हुई और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई. सरकार ने किसी को भी नहीं छोड़ा, लेकिन उसके बावजूद भाजपा उस मुद्दे को कुरेदकर राजनीति करना चाहती है.

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