रायपुर- पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल और सांसद सुनील सोनी अपनी अनदेखी से नाराज है. दरअसल राजधानी रायपुर में आज बैक टू बैक कई लोकार्पण कार्यक्रम हुए, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सरकार के कई मंत्रियों की मौजूदगी थी, लेकिन इस कार्यक्रम से स्थानीय विधायक और सांसद को दूर रखा गया. उन्हें आधिकारिक न्यौता ही नहीं भेजा गया.

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, मुझे लोकार्पण कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गई. मुझे किसी तरह का न्यौता नहीं मिला. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार काम करने की बजाए सिर्फ अपना नाम लिखवाने में लगी हुई है, लेकिन इसका फायदा नहीं होगा. जनता को समझ आ गया है कि यह सरकार दिवालिया हो गई है. कुछ लोगों को उपकृत करने के लिए निर्माण के काम किए जा रहे हैं. जब सरकार के पास पैसे नहीं है, तो शांति नगर को उजाड़ने का क्या मतलब जहां पांच सौ परिवार रहते थे. नया रायपुर बस रहा है, तो रायपुर को कांक्रीट का जंगल क्यों बनाया जा रहा है. यह सब आर्थिक अपराध करने जैसा काम है. बनी हुई चीजों को तोड़ना सरकार का काम रह गया है. अपने स्वार्थों के लिए पुराने निर्माणों को ध्वस्त कर रहे हैं.

इधर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि मैं रायपुर स्मार्ट सिटी एडवायजरी कमेटी का अध्यक्ष हूं, केंद्र की अर्बन डेवलपमेंट कमेटी का सदस्य भी हूं. नगर निगम के पास पैसा नहीं है, स्मार्ट सिटी की राशि से यह सब काम हो रहे हैं, ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होना मेरा हक है, बावजूद इसके मुझे एक फोन तक नहीं आया. सोनी ने कहा कि रायपुर में जितने भी काम दिख रहे हैं, यह सब स्मार्ट सिटी के तहत आए पैसे से हुआ है. नगर निगम में पैसा नहीं है. ये पैसे खाएंगे, तब तक ठीक है, लेकिन कुछ सवाल उठाओगे तो राजनीति होगी. अब अधिकारी भी नहीं बुलाते. वे लोग डरते हैं. मैं खुद महापौर रहा, लेकिन ऐसी दयनीय स्थिति कभी नहीं देखी, दुराभाव की राजनीति हो रही है.