हेमंत शर्मा, इंदौर। भाजपा कोई साधु संत नहीं हैं, जो सरकार नहीं बनाए। मौका जब आता है हम सरकार बनाने के लिए तैयार रहते हैं। दूसरी पार्टियों में नेता-कार्यकर्ता जब नेतृत्व के पास जाते हैं तो उनकी बात सुनने की बजाए नेतृत्व कुत्ते से खेलता है। ऐसे अपमान को कौन सहन करेगा। ये कहना है भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष का। इंदौर आये भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री संगठन दलबदल को लेकर भाजपा पर लगाए जाने वाले आरोपों का जवाब दे रहे थे।

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वहीं कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेसी बहुत कट्टरपंथी पार्टी (Congress very radical party) हो गई है। अब यह वो कांग्रेस नहीं रही जो पहले हुआ करती थी। आप कांग्रेस के ट्विटर हैंडल की भाषा देखिए कितनी खतरनाक भाषा का उपयोग होता है। लोग हमारा नेतृत्व, हमारी विचारधारा को देखकर हमारे पास आते हैं।

दरअसल भाजपा पर जोड़ तोड़कर सरकार बनाने के कई आरोप लगते रहे है.. लेकिन पार्टी नेता इन आरोपों पर खुलकर कभी नहीं बोलते पर यहां राष्ट्रीय महामंत्री संगठन ने आक्रमकता के साथ अपनी पार्टी का पक्ष रखा।

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भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने प्रदेश दौरे में लगातार बैठकें की और संवाद कार्यक्रम किये। इंदौर में एक संवाद कार्यक्रम में भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से भाजपा पर लगने वाले विधायकों के खरीद-फरोख्त और दल बदलकर कराकर सरकार बनाने के आरोपों को लेकर सवाल किया गया। इस पर बीएल संतोष ने आक्रामक होकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा कोई साधु संत नहीं हैं जो सरकार बनाने का मौका छोड़ दे। भाजपा राजनैतिक दल है और वे राजनीति तो करेंगे ही। जब भी मौका आता है तो भाजपा सरकार बनाने के लिए तैयार रहती है।

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अगर भाजपा में शामिल हो रहा है तो पार्टी से नहीं उस व्यक्ति से करें सवाल 
उन्होंने आगे कहा कि कोई अगर भाजपा में शामिल हो रहा है तो भाजपा से सवाल क्यों होता है। सवाल उस व्यक्ति से पूछा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियों की विचारधारा में अब लोगों को विश्वास नहीं रहा है और उनका नेतृत्व भी कमजोर है। दूसरी पार्टियों में नेता-कार्यकर्ता अपने नेतृत्व के पास जाते हैं तो उनकी बात सुनने के बजाय नेतृत्व कुत्तों से खेलता है। ऐसे अपमान के साथ कौन दूसरी पार्टियों में रहेगा।

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हमारे नेता-कार्यकर्ता जमीन पर रहकर करते हैं काम 
बीएल संतोष यहीं नहीं रुके.. उन्होंने कहा कि जब जरूरत होती है तो भाजपा के नेता-कार्यकर्ता जमीन पर मौजूद होकर काम करता है, वहीं दूसरी पार्टियों के नेता घूमने के लिए बाहर निकल जाते हैं।