रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आरपी सिंह ने कहा कि भाजपा किस प्रकार से दोहरे मानदंडों पर राजनीति करती है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को तो पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए थी कि उनकी पार्टी के केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के बेटे ने उन्हीं की पार्टी की राज्य सरकार वाले राज्य में निर्दोष किसानों को बंद कर मार डाला.

आपको माफी मांगनी चाहिए थी कि आपकी केंद्र सरकार ने तीन-तीन किसान विरोधी कानूनों से किसानों का दमन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. आपको माफी मांगनी चाहिए कि आपने छत्तीसगढ़ में अपने शासन के 15 सालों में सभी किसानों की सुधि नहीं ली, आपके शासनकाल में आत्महत्या करने वाले हजारों किसानों के प्रति शोक तक प्रकट नहीं किया और अपनी निर्लज्जता का उदाहरण पेश किया.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय या तो किसानों और जनता को गुमराह करने के लिए किसान आत्महत्या के झूठे आंकड़े पेश कर रहे हैं, या फिर वे भाजपा शासनकाल के आंकड़े कांग्रेस शासनकाल में पेश कर रहे हैं. जो मुंह में आया वो बोल देना सिर्फ भाजपा जैसी औचित्य खो चुकी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष को ही शोभा देता है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय अपनी जानकारी सुधार लें. अपने शासनकाल में सन 2015 में कुल 854 किसानों ने आत्महत्या की थी जो राज्य की कुल आत्महत्या का 12 फीसदी था, वही सन 2016 में 585 किसानों ने आत्महत्या की जो राज्य की कुल आत्महत्या का 8.72 प्रतिशत था. सन 2017 में कुल 285,  सन 2018 में 182 किसानों ने आत्महत्या की थी, जो प्रदेश की कुल आत्महत्या का क्रमशः 4.51 और 2.58 प्रतिशत था.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आरपी सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हमने लगातार किसानों के कल्याण के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए गए. अनेक किसान हितैषी योजनाओं का संचालन किया है. जिसका भाजपाइयों ने भी बढ़-चढ़कर फायदा उठाया है, यह पूरे प्रदेश में देखा. साय को यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पिछले तीन वर्षों में सिर्फ 2 किसानों ने खेती किसानी संबंधी कारणों से आत्महत्या की.

कांग्रेस के शासन काल में 2019 में 233, सन 2020 में 200 और सन 2021 में जून तक 62 किसानों ने आत्महत्या की थी जो प्रदेश के कुल आत्महत्याओं की क्रमशः 3.05 प्रतिशत, 1.25 प्रतिशत और 1.60 प्रतिशत रही. विष्णुदेव साय को ये बताना चाहिए कि उनके शासनकाल के तीन वर्षों 2016-17-18 में कुल 1052 किसानों ने आत्महत्या की थी, उनमें से कितने किसानों को भाजपा सरकार ने 01 रुपये का भी मुआवजा दिया था ? उनमें से कितने किसानों को घर पर आपकी सरकार के नेता मंत्री मुख्यमंत्री गए थे ?

किसानों की आत्महत्या के संबंध में भ्रामक बात करने वाले विष्णुदेव साय ये याद रखिये कि किसान सब कुछ बर्दाश्त कर लेता है, लेकिन वादाखिलाफी बर्दाश्त नहीं करता, झूठ बर्दाश्त नहीं करता, आप की पार्टी को इन्हीं किसानों ने सत्ता से बेदखल किया था और अब आप यदि ज्यादा झूठ बोलेंगे तो ये ही किसान आपको अपने गांव में भी घुसने से रोक देंगे.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आरपी सिंह ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को शर्म आनी चाहिए कि शिविर में मारे गए आदिवासी लोगों के नाम पर वे राजनीति कर रहे हैं. विष्णुदेव साय बताएं कि क्या वे कभी सिलगेर घटना में मारे गए. आदिवासी जनों के परिजनों से मिलने के लिए गए. उनकी पार्टी के सभी बड़े नेता बस्तर जगदलपुर में छत्तीसगढ़ी फिल्मी गाने पर थिरक सकते हैं, बस्तर के आदिवासी जनों को अलग-अलग मुद्दों के आधार पर भड़का सकते हैं, लेकिन बस्तर के विकास में अपना योगदान नहीं दे सकते.

किसान भाइयों का दुख छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ में दूर किया है और हमारी हार्दिक इच्छा है कि पूरे देश में किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं होना चाहिए, कोई अत्याचार नहीं होना चाहिए यदि ऐसा होता है, तो कांग्रेस पार्टी और हमारी कांग्रेस सरकार हर एक पीड़ित किसान के साथ खड़ी रहेगी, उनके दुख दर्द दूर करने का प्रयास करेगी.

इसीलिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय अपनी पार्टी के जनाधार की चिंता करें. व्यर्थ के मुद्दों को उठाने की बजाय प्रदेश के विकास में योगदान करें, एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभायें.

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