दिल्ली. लोकसभा चुनाव में भाजपा कई दिग्गज नेताओं का टिकट काट सकती है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है, मगर संकेत हैं कि पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, भुवन चंद्र खंडूड़ी सहित कई नेता टिकट से वंचित हो सकते हैं।

जहां तक यूपी का सवाल है तो यहां साक्षी महाराज सहित कम से कम दो दर्जन सांसदों का टिकट कटना तय माना जा रहा है।

भाजपा के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल आडवाणी व जोशी के भविष्य पर हालांकि अंतिम फैसला नहीं हो पाया है, मगर शीर्ष स्तर पर इनकी भावी भूमिका पर गहन मंथन हो रहा है। इनमें जोशी को नेतृत्व की ओर से चुनाव बाद राज्यपाल की जिम्मेदारी देने का संकेत दिया जा चुका है लेकिन आडवाणी को अब तक इस आशय की जानकारी नहीं दी गई है।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 का चुनाव जीतने के बाद से ही इन वरिष्ठ नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया था।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जिन तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी ने सत्ता गंवाई थी, वहां 70 फीसदी से अधिक सांसदों को पार्टी दोबारा मैदान में नहीं उतारना चाहती। पार्टी छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटों पर नया उम्मीदवार उतारने का फैसला कर चुकी है।

पार्टी नेतृत्व का मानना है कि इन तीन राज्यों में स्थानीय सांसदों के खिलाफ तो जबर्दस्त नाराजगी है, मगर पीएम मोदी के खिलाफ सकारात्मक राय है। ऐसे में दिल्ली नगर निगम चुनाव की तर्ज पर पार्टी ने ज्यादातर सीटों पर नए चेहरे को मौका देने का फैसला किया है।