गुरुग्राम . कूड़े के पहाड़ में लगातार धधक रही आग को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) सख्त हो गया है. एनजीटी ने मामले में स्वत संज्ञान लेते हुए कहा कि बंधवाड़ी लैंडफिल साइट में लग रही आग एनसीआर के नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ ही जैव विविधता के लिए खतरा है. NGT ने छह विभागों के अधिकारियों को तलब किया है.

नगर निगम के अधिवक्ता ने मामले में जवाब दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा. अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी. एनजीटी ने शुक्रवार को कहा कि समाचारों से पता चलता है कि मीथेन गैस के दहन और स्पार्किंग के कारण बंधवाड़ी लैंडफिल साइट में आग लगी है. ऐसा लगता है कि लैंडफिल साइट पर एहतियाती उपायों की कमी थी. ऐसी आग जैव विविधता और लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है. एनजीटी ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव, पर्यावरण मंत्रालय के आरओ, जिला मजिस्ट्रेट समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को जवाब देने के लिए बुलाया है.

एक महीने में 16 बार सुलगी आग

बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर आग लगने की घटनाएं नहीं रुक रहीं. गुरुवार शाम के बाद देर रात भी आग सुलग उठी. इस महीने अब तक 16 बार आग लग चुकी है.

बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर लगातार आग धधकने से आसपास के दस से अधिक गांव के लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा. गुरुवार शाम सवा पांच बजे लगी लाग बुझाने के बाद रात एक बजे फिर आग लग गई.

सेंसर लगाने, पानी छिड़कने का आदेश

बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर आग लगने की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए निगमायुक्त ए. मोना श्रीनिवास ने अधिकारियों को हीट सेंसर लगाने के निर्देश दिए हैं. रोजाना पानी का छिड़काव करने को भी कहा गया.

निगम आयुक्त ने कहा कि आग की घटनाओं पर अंकुश लगाएं और आग लगाने वालों पर जुर्माना लगाने की प्रक्रिया को और तेज करें. हीट सेंसर से तापमान बढ़ने की जानकारी मिलती है, जिससे समय रहते एहतियाती कदम उठाए जा सकें.