रायपुर- बीजेपी में हलचल तेज है. वजह नई प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नवीन के दौरे को लेकर है. नई जिम्मेदारी मिलने के बाद 7-8 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर दोनों राष्ट्रीय नेता पहली दफे छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं. इस दौरे के मद्देनजर संगठन ने तैयारियां तेज कर दी है. प्रदेश प्रभारी का यह दौरा सामान्य दौरा नहीं होगा. संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा तो होगी ही, बल्कि राज्य में संगठन के भीतर खेमेबाजी और उसके असर की भी पड़ताल पुरंदेश्वरी करेंगी.

हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अपनी नई टीम के गठन के साथ ही राज्यों के प्रभारियों को भी बदला था. इस बदलाव के साथ ही डी पुरंदेश्वरी को छत्तीसगढ़ का प्रभार सौंपा गया था. कोरोना संक्रमण की वजह से उनका दौरा लगातार टल रहा था. दो दिवसीय दौरे के दौरान पुरंदेश्वरी मैराथन बैठक लेंगी. पहले दिन प्रदेश पदाधिकारियों और जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है. वहीं दूसरे दिन सांसद-विधायकों की बैठक के साथ-साथ साल 2018 के विधानसभा चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बैठक होगी. दोनों ही दिन पुरंदेश्वरी कोरग्रुप के नेताओं के साथ अलग से रायशुमारी कर सकती हैं.

प्रदेश प्रभारी का जोर भूपेश सरकार के खिलाफ बतौर विपक्षी पार्टी बीजेपी को मजबूत किए जाने को लेकर होगा. आंध्रप्रदेश की तेजतर्रार नेता के रूप में पुरंदेश्वरी फ्री हैंड से राज्य में काम करेंगी. पार्टी के आला नेता मानते हैं कि पुरंदेश्वरी के राजनीतिक अनुभव का लाभ राज्य संगठन को मिलेगा.

कौन है डी पुरंदेश्वरी?

जे पी नड्डा की टीम में पुरंदेश्वरी को छत्तीसगढ़ प्रभारी बनाया गया है. वह तेलुगु फिल्म के सुपर स्टार रहे एन टी रामाराव की बेटी हैं. एनटीआर ने राजनीति में प्रवेश करते ही टीडीपी पार्टी बनाई थी. वह आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. अपने जीजा और टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू से मतभेद के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया था. साल 2014 में ठीक लोकसभा चुनाव के पहले पुरंदेश्वरी बीजेपी में शामिल हुई थी. इससे पहले यूपीए सरकार में वह मंत्री भी रह चुकी है. तेलंगाना राज्य के मुद्दे पर नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.