मई की शुरुआत में Google ने बढ़ते स्कैम के मामलों को कम करने के लिए Gmail पर वेरिफाइड सेंडर्स के नाम के आगे ब्लू चेकमार्क लगाने की घोषणा की थी. ये फीचर 3 मई, 2023 से Google Workspace के सभी यूजर्स, पुराने G Suite बेसिक और बिजनेस कस्टमर्स और पर्सनल Google अकाउंट वाले यूजर्स के लिए शुरू हो गई है.

नए नीले चेकमार्क ऑटोमैटिक रूप से उन कंपनियों के नाम के आगे दिखाई देंगे जिन्होंने जीमेल के मौजूदा ब्रांड इंडिकेटर फॉर मैसेज आइडेंटिफिकेशन (BIMI) फीचर को अपनाया है. ये फीचर अब भारत में कुछ Google अकाउंट यूजर्स के लिए शुरू हो गया है. ब्लू चेकमार्क ईमेल के ऑफिशियल या वेरफाइड अकाउंट होने की पहचान कराता है. इस चेक मार्क से आप सेंडर की ऑथेंटिसिटी की पहचान कर सकते हैं.

कब तक सभी यूजर्स को मिल जाएगा यह फीचर

वैसे तो कोई निश्चित टाइम लाइन नहीं है लेकिन ऐसा मानकर चला जा रहा है कि आने वाले कुछ ही हफ्तों में यह फीचर हर अकाउंट पर देखने को मिलेगा और जीमेल का इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर यूजर्स ब्लू टिक हासिल कर पाएंगे. आपने देखा होगा कि जब भी आप अपना जीमेल इनबॉक्स खोलते हैं तो आपको काफी सारे मेल दिखाई देते हैं लेकिन जिस अकाउंट से मेल भेजा गया है वह असली है या फर्जी यह जानना काफी मुश्किल हो जाता है लेकिन अब इस फीचर के आने के बाद ऐसा नहीं होगा और आप आसानी से रियल अकाउंट का पता लगा पाएंगे.

क्या है BIMI फीचर?

BIMI फीचर को 2021 में शुरू किया गया था. इस फीचर के तहत ईमेल में अवतार के रूप में ब्रांड लोगो शो करने के लिए सेंडर को स्ट्रॉन्ग वेरिफिकेशन का इस्तेमाल करने और अपने ब्रांड लोगो को वेरिफाई करने की आवश्यकता होती है. अब अगर आपको किसी ब्रांड के नाम के आगे नीला चेकमार्क दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि ब्रांड ने BIMI फीचर को अपनाया हुआ है. Google का कहना है कि यह अपडेट यूजर्स को वैध सैंडर्स की पहचान करने में मदद करेगा. ऐसे में, आप नीले चेकमार्क के साथ आए मेल पर भरोसा कर सकते हैं कि इसे कंपनी ने ही भेजा है.

ये खबरें भी जरूर पढ़ें