इटावा. उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. प्रदेश में सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियों को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है, क्योंकि यह निकाय चुनाव आने 2024 में लोकसभा चुनाव का भविष्य माना जा रहा है, इसलिए राजनैतिक दलों के लिए यह चुनाव साख का चुनाव बन चुका है. इधर, निकाय चुनाव में संगठन में खासी पकड़ रखने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

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दरअसल, संगठन में प्रभावी भूमिका निभाने वाले शिवपाल इन दिनों निकाय चुनाव में सपा को बढ़त दिलाने के इरादे से रात दिन एक किये हुये हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि संगठन से जुड़े हुए लोग शिवपाल यादव को केवल पसंद ही नहीं करते हैं, बल्कि उनकी बात को सुन कर उस पर अमल भी करते है.

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सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा में पूरी तरह खुद को समर्पित कर चुके शिवपाल निकाय चुनाव में पार्टी की जीत को लेकर एक रणनीति के साथ चलते हुये कोई कोरकसर छोड़ने के मूड में नहीं है. इसको लेकर वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अन्य पार्टी नेताओं के साथ बकायद रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं.