रायपुर। देशभर के किसान संगठन अब एक होने लगे हैं. अलग-अलग राज्यों के तकरीबन 120 संगठन एकजुट होकर राष्ट्रीय किसान महासंघ का गठन किया है. महासंघ के गठन के बाद अब किसान केन्द्र सरकार के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोलने जा रहे हैं.
देश भर के किसान एक लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. सरकार द्वारा मांगों को मंजूर नहीं किये जाने के बाद अब किसानों के अलग-अलग संगठनों ने एक होकर हल्ला बोलने का निर्णय लिया है. जिसके तहत 26 जुलाई से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक किसान अधिकार यात्रा निकाली जा रही है. जो कि 19 अगस्त को कन्याकुमारी में जाकर समाप्त होगी.
राष्ट्रीय किसान महासंघ ने कर्जमुक्ति, स्वामीनाथन आयोग की अनुसंशा के अनुसार लागत में 50 प्रतिशत लाभ जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य, किसानों की न्यूनतम सुनिश्चित आमदनी की गारंटी, फल, दूध, सब्जी आदि के लिए भी न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसान पेंशन जैसे मुद्दों को लेकर यात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा 8 अगस्त को छत्तीसगढ़ पहुंचेगी. देवरी बार्डर में प्रदेश से जुड़े किसान संगठन इस यात्रा की अगवानी करेंगे.
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन द्वारा 8 अगस्त को दुर्ग के पुराना गंज मंडी में किसानों की प्रदेश स्तरीय आमसभा रखी गई है. इस आमसभा को राष्ट्रीय किसान महासंघ के नेता संबोधित करेंगे.
उधर छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के संयोजक और राष्ट्रीय किसान महासंघ के कोर कमेटी के सदस्य राजकुमार गुप्ता ने बताया कि किसान अधिकार यात्रा की अगवानी और दुर्ग में किसानों की आमसभा की तैयारी पूरी कर लिया गया है, आमसभा में प्रदेश के एक दर्जन किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और 2 हजार किसानों के शामिल होने की संभावना है.