सुप्रिया शर्मा, रायपुर- इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर राजीव भवन पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के काम को इंदिरा गांधी ने आगे बढ़ाया. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को मजबूत किया, लेकिन देश में जब एनडीए की सरकार रही, तब चाहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी रहे हो या फिर आज नरेंद्र मोदी, इन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के नौ रत्नों को बेचकर अपने पूंजीपति दोस्तों को उपकृत करने का काम किया है. भूपेश बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए तल्ख अंदाज में कहा कि कोरबा का बाल्को बिक गया, क्या इसे तुम्हारे परनाना ने बनाया था? रेलवे स्टेशन बेच रहे हैं, क्या तुम्हारे दादा ने बनाया था? देश के हवाई अड्डे बेचे जा रहे हैं, क्या तुम्हारे चाचा के दहेज में आया था? भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के लोग जो ये कहते हैं कि 70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया. हम उन्हें बताना चाहते हैं कि यह सब कांग्रेस के शासनकाल में ही बने हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इंदिरा गांधी बाल्याकाल से ही क्रांतिकारी विचारधारा से ओतप्रोत रही. आजादी की लड़ाई के दौरान उनकी बनाई वानर सेना गुप्तचर के रूप में काम करती थी. 1942 के आंदोलन में इंदिरा गांधी ने जेल की यात्रा भी की. ऐसी महान नेता को तब विपक्ष के लोग गूंगी गुड़िया कहकर दुष्प्रचारित किया करते थे. आज भी उन्हें सबसे ज्यादा डर किसी से है, वह गांधी-नेहरू परिवार से है. चाहे वह सोनिया जी हो, राहुल गांधी हो, दुष्प्रचारित करने का कोई मौका नहीं छोड़ते. इंदिरा गांधी के नेतृत्व का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नेहरू समेत अन्य नेताओं के सामने चुनौतियां रही है, लेकिन जो चुनौतियां इंदिरा गांधी के सामने थी, वह किसी नेता के सामने नहीं रही. देश की चुनौतियों के साथ-साथ आ्रंतरिक चुनौतियों से उन्हें जूझना पड़ा. पार्टी में दो फाड़ के हालात बने. पार्टी के अंदर और पार्टी के बाहर, देश के भीतर और देश के बाहर जिन चुनौतियों का सामने उन्होंने किया, इतिहास में दूसरा कोई नेता इसका सामना करते दिखाई नहीं पड़ता. शास्त्री जी के निधन के बाद इंदिरा जी ने जब प्रधानमंत्री पद संभाला, तब उनके क्रांतिकारी निर्णयों को दुनिया देखते रही. बैंक बड़े-बड़े लोगों के उपयोग में आते थे. किसान, मजदूर, गरीब, दलित बैंक नहीं जाते थे. बैंकों का राष्ट्रीयकरण उन्होंने किया था. आज क्या स्थिति है, धीरे-धीरे बैंक दिवालिया होते जा रहे हैं, सिर्फ कुछ लोगों तक इसे सीमित करने का काम किया जा रहा है. देश में जब अनाज की कमी थी, तब इंदिरा जी को अमेरिका के सामने हाथ फैलाना पड़ा था. वहां से अनाज मंगाया गया. देश की जनता का भऱण-पोषण किया गया. उन्होंने तब ठान लिया था कि अनाज के जरिए देश को आत्मनिर्भर करना है. तब इंदिरा जी ने देशके किसानों से आह्वान किया. हरित क्रांति का नारा दिया.  किसानों ने इंदिरा जी के बाद से इतना अनाज का उत्पादन किया कि एनडीए सरकार के गोडाउन में अनाज रखने की जगह नहीं. तीन साल तक भी अकाल पड़ जाए, तो देश के लोगों के लिए पर्याप्त अनाज है. यह व्यवस्था इँदिरा जी करके गई हैं. यह उनकी दूरदृष्टि रही है. वह ऐसी नेता रही है. उन्हें आदिवासियों से बहुत लगाव था, उन्हें प्रेम था, वह कहती भी थी कि पिछले जन्म में शायद मैं आदिवासी परिवार में जन्मी थी.

भूपेश बघेल ने कहा कि अमेरिका के खिलाफ दुनिया का कोई नेता काम नहीं करता. झुकने के लिए कहा जाता है, तो लोग लेट जाते हैं, लेकिन इंदिरा जी कभी नहीं झुकी. शांति सेना उन्होंने बांग्लादेश भेजा. दुनिया में सबसे ज्यादा सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया वह इंदिरा जी के शासनकाल में ही किया. 90 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था. आज लोग हमसे राष्ट्रभक्ति का प्रमाण मांगते हैं. हमारी विरासत है कि हमारे नेताओं ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहूति दी, लेकिन ये लोग सत्ता के लिए दूसरे की बलि चढ़ा देते हैं. ये कह नहीं सकते कि हमने अपराध किया है. महात्मा गांधी कोर्ट में खड़े होकर कहते थे कि हां मैंने अपराध किया है. ये कहते हैं कि बाबरी मस्जिद हमने नहीं गिराया. जेल जाने से ये लोग बचते रहे. हमारे नेताओं ने साहस दिखाया है. मुखबिरी करने वाले लोग हमे राष्ट्रवाद की नसीहत देते हैं. यह दुर्भाग्य है. हमारे साथियों को भी मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. ये लोग राष्ट्रवाद की बात करते हैं, गौ माता की जय बोलते हैं, लेकिन इसी छत्तीसगढ़ में गौ मांस समेत उसकी हड्डियो और चमड़ी तक को बेचने वाले बीजेपी हमे न सिखाए. हमने गौ सेवा की नीति पर काम किया है, गोबर खरीदी योजना से लेकर गौ पालकों तक की योजनाएं चल रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा जी ने उस वक्त नारा दिया गरीबी हटाओ, तब भी लोग इंदिरा हटाओ का नारा दिया करते थे. आज उन्हें सिर्फ स्मरण करने से काम नहीं चलेगा. उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है. कट्टरपंथी लगतार हमला कर रहे हैं वे सीना तान कर खड़े है. किसान, मजदूर खुशहाल हो, रोजगार मिले. जो 2018 में चुनाव लड़े वो अद्भुत था, दंतेवाड़ा में 12 हजार चित्रकूट 17 हजार, मरवाही साढ़े 38 हजार का रिकार्ड बनाया. जिस सीट को लेकर कहा जा सकता था कि कोई दूसरा उस सीट पर काबिज नहीं हो सकता लेकिन आज तक मरवाही में उतना वोट किसी को नहीं मिला. लोग कहते थे कि जोगी के 70 हजार वोट जिधर जाएंगे, वह जीतेगा, लेकिन मरवाही की महान जनता को धन्यवाद कि उन्होंने कांग्रेस पर भरोसा जताया. नगरीय निकाय, जिला पंचायत चुनाव हमने जीता,  ऋण माफी से लेकर, 25 सौ रुपए क्विंटल धान खरीदी, तेंदूपत्ता खरीदी व्यवस्था के अपने वादे को कांग्रेस ने पूरा किया. देश मे सबसे ज्यादा फारेस्ट राइट एक्ट के तहत जमीन आबंटन का काम हमने किया.