दीपक ताम्रकार, मंडला/ डिंडोरी। मंडला तहसील कार्यालय पर लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर आरआई अतुल कसार को पांच हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। अचानक हुई कार्रवाई से अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कार्रवाई जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने की है।

दरअसल, मंडला के धनीराम वार्ड महाराजपुर निवासी अनिल जैन ने कृषि भूमि सीमांकन के लिए आवदेन दिया था। लेकिन राजस्व निरीक्षक अतुल कुमार कसार और पटवारी अकुंट नंदन सिंगौर ने सीमांकन करने के बदले 12 हजार रिश्वत की मांग की। फरियादी ने इसकी जबलपुर लोकायुक्त से कर दी। वहीं आज टीम ने दबिश देकर राजस्व निरीक्षक अतुल कुमार कसार को रंगे हाथ 5 हजार रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। वहीं पटवारी अंकुट नंदन मौके पर नहीं मिला।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े प्रवेश द्वार

डिंडोरी नगर परिषद में कमीशनखोरी चरम पर है, जिससे विकास कार्यों में ग्रहण लग रहा है। नगर की सुंदरता को चार चांद लगाने के उद्देश्य से कई वार्डों में प्रवेश द्वार नगर परिषद ने लगाए थे। लेकिन तेज हवाओं ने पोल खोल दी है। नगर में लगाए गए प्रवेश द्वार एक-एक कर विकास की आंधी में जमींदोज हो रहे हैं। इससे हादसों की भी आशंका बनी रहती है।

नगर परिषद से प्राप्त जानकारी अनुसार नगर में ग्यारह अलग – अलग स्थानों पर यह प्रवेश द्वार लगाए गए हैं और प्रत्येक प्रवेश द्वार पर लगभग 80 से 90 हजार रुपयों का खर्च आया है।

बता दें कि उक्त प्रवेश द्वार ई -निविदा के माध्यम से 350 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से भोपाल के सप्लायर से स्वीकार किये गये थे, जिन पर फ्लेक्स लगाने का अतिरिक्त कार्य एक स्थानीय व्यापारी को सौंपा गया था। लेकिन प्रवेश द्वार लगते ही गिर रहे हैं। वहीं जब स्थानीय व्यापारियों से इस संबंध में चर्चा की गई तो उनका कहना था कि वह महंगाई के इस दौर में 150 से 200 रुपये किलो में ऐसे फ्रेम तैयार कर दे सकते थे।

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