रायपुर. योग गुरू से बिजनेस गुरू बने बाबा रामदेव ने लोकसभा चुनाव से ऐन पहले भारतीय जनता पार्टी को तगड़ा झटका दे दिया है. रामदेव ने कहा है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वह किसी भी राजनीतिक दल का प्रचार नहीं करेंगे. इससे पहले लोकसभा चुनाव 2014 में बाबा रामदेव ने भाजपा के समर्थन में जोरदार प्रचार किया था.
सोमवार को दिल्ली में फिक्की लेडीज आर्गेनाइजेशन (एफएलओ) के एक कार्यक्रम में आए बाबा रामदेव ने कहा कि 2019 में होने वाले चुनाव में वह किसी भी पार्टी के पक्ष में नहीं उतरेंगे. चुनाव के दौरान वह निरपेक्ष भूमिका में रहेंगे. हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने न केवल भाजपा के लिए प्रचार किया था बल्कि महंगाई, घोटाले और काला धन जैसे मामलों पर मनोहन सरकार पर को खरी खोटी सुनाते हुए कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
पतंजलि में विदेशी निवेशक को निवेश की अनुमति नहीं
इस मौके पर बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि में किसी भी विदेशी निवेशक को निवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि वह शेयर बाजार का रुख भी नहीं कर रहे हैं, इसके बावजूद 2015 तक पतंजलि देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) कंपनी बन जाएगी. उन्होंने कहा कि पतंजलि डेयरी के क्षेत्र में भी आ गई है. जल्द ही वह परिधान के क्षेत्र में भी कदम रखेंगे. उन्होंने कहा कि पतंजलि अब अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बनने की ओर है. नेपाल में पतंजलि का केंद्र खुल चुका है. अब जल्द ही बांग्लादेश, श्रीलंका और अफ्रीका में भी पहुंचने की तैयारी है.