Calcium Ki Kami Ke Lakshan: कैल्शियम, ह्युमन बॉडी के लिए बहुत जरूरी मिनरल है. अगर, शरीर में इसकी मात्रा कम हो जाती है तो हड्डियां कमजोर पड़ जाती हैं. दांत की मजबूती कम होती है. मांसपेसियां, नर्व कम्यूनिकेशन और हार्ट रिलेटेड प्रॉब्लम हो सकती हैं. कैल्शियम की कमी के चलते महिलाओं में रिप्रोडक्टिव ईयर्स के दौरान और मेनोपॉज के बाद समस्या हो सकती है. आज इस आर्टिकल में महिलाओं में कैल्शियम की कमी के कारणों, लक्षणों व इससे बचाव के बारे में जानते हैं.
कैल्शियम की कमी के कारण होने वाली समस्याएं-
- 1- इनकम्प्लीट डाइट
- 2-अनवॉंटेड मेडिसिन
- 3-मेनोपॉज
- 4-फिजिकल एक्टिविटी की कमी
कैल्शियम की कमी के लक्षण (Calcium Ki Kami Ke Lakshan)
अगर, महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी है तो इसके चलते हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. साथ ही मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन महसूस होती है. दांतों संबंधित समस्याएं घर करने लगती हैं. दांतों का इरोजन और सेंसिटिविटी बढ़ सकती है. थोड़ा सा चलने पर थकान लगने लगती है. नर्वस सिस्टम से संबंधित समस्याएं जैसे- सुन्नता, झुनझुनी और मांसपेशियों की कमजोरी.
महिलाओं पर कैल्शियम की कमी के चलते होने वाला असर
ऑस्टियोपोरोसिस
महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ जाता है. हड्डियां कमजोर होनी शुरु हो जाती हैं. फ्रैक्चर का रिस्क रहता है.
रिप्रोडक्टिव हेल्थ
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण बढ़ा सकती है. प्रेग्नेंसी के दौरान कॉम्प्लिकेशन्स बढ़ सकते हैं.
दिल का सेहत
इसकी कमी से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिसीज के खतरे बढ़ते हैं, क्योंकि यह बीपी कंट्रोल करता है.
आखिर में जानें कैसे बचे कैल्शियम की कमी से (Calcium Ki Kami Ke Lakshan)
1- कैल्शियम वाले फूड आइटम्स को डाइट में शामिल करें. जैसे- दूध और मिल्क प्रोडक्ट्स.
2- हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे- पालक, ब्रोकली को खाएं. 3- सूरज की रोशनी विटामिन-डी के प्रोडक्शन में मदद करती है, जो कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन के लिए जरूरी है.
इन सभी उपायों के बाद भी अगर कैल्शियम की कमी होती है तो इसकी भरपाई के लिए तुरंत डॉक्टरी सलाह लें.