सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी के दो अलग-अलग अस्पतालों में डॉक्टरों और स्टाफ के साथ हुई मारपीट का मामला अब एसपी कार्यालय तक पहुंच गया है. थाने में शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के सदस्यों ने एसपी दफ्तर पहुंचकर मामले की शिकायत की है. उनका कहना है कि न्याय नहीं मिलने पर हॉस्पिटल में बाउंसर खड़ा किया जाएगा. क्योंकि मारपीट होने के बाद डॉक्टरों और हॉस्पिटल स्टाफ में डर का माहौल बना हुआ है.

अस्पताल बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर राकेश गुप्ता के मुताबिक 12 अक्टूबर को महोबा बाज़ार स्थित उपाध्याय हॉस्पिटल में एक मरीज को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की बात पर परिजनों ने शराब पीकर स्टाफ़ के साथ गाली गलौच करते हुए झूमा झाटकी की थी. प्रबंधन ने इस मामले में आमानाका थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी.

जबकि आज 14 अक्टूबर को देवी वुमन एंड चाइल्ड हॉस्पिटल में एक दम्पति ने हॉस्पिटल के ग्राउंड से गलतफहमी में हुई बहस के बाद स्फाफ को पीटा और गेट बंद कर दिया. अन्य हॉस्पिटल स्टाफ के साथ धक्का मुक्की की और मारपीट भी की. इसकी शिकायत हॉस्पिटल प्रबंधन ने डीडी नगर थाने में की है.

इस तरह की घटनाओं से अस्पताल के डाक्टर्स व अन्य स्टाफ में भय का वातावरण व्याप्त है. डाक्टर मानसिक रूप से परेशान है. ऐसे में इस महामारी के समय में मरीजों के इलाज में काफी दिक्कतें हो रही है. इसलिए जल्द जाँच कर कार्रवाई करने का आदेश दे, जिससे दोषियों को जल्द कड़ी सजा मिल सके. यदि पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो सभी हॉस्पिटल में बाउंसर नियुक्त किए जाएंगे.