रेणु अग्रवाल, धार। धार के पीथमपुर के धन्नड़ में विगत पूर्व दो साधुओं को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। जिसमें कुछ लोग कार में बैठे साधुओं को मार रहे थे। मामले में उस दौरान साधुओं ने कोई शिकायत नहीं की थी। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। शुक्रवार को दोनों साधु धार पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एसपी आदित्य प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में साधुओं ने मार-पिटाई करने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।

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गोपाल दास सन्त ने क्या कहा

इस मामले में पीड़ित साधुओं ने कहा कि वे रतलाम से इंदौर की ओर जा रहे थे, तभी उन्हें एक 17 से 18 साल का एक युवक दिखाई दिया। जिससे हमने इंदौर की ओर जाने का पता पूछा। 1 या 2 किलोमीटर जाने के पश्चात वह मोबाइल कवर खरीदने के लिए दुकान पर पहुंचे। जब मोबाइल कवर खरीद कर वापस अपनी कार की ओर गए, तभी एक युवक आया और कार से चाबी निकाल लिया।

जिसके बाद वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और बच्चा चोर बच्चा चोर कहकर पिटाई करने लगे। साधुओं का कहना है कि आरोपियों के सामने गुहार लगाई और बताया कि बच्चा चोर नहीं बल्कि संत हैं। लेकिन उसके बावजूद लोगों ने नहीं सुना और उनकी जमकर पिटाई की।

संतों की कहना है के वे चाहते हैं कि संत किसी से भी पता पूछे तो लोग उसका पता बताएं ना कि मार-पिटाई करें और जिन्होंने मार-पिटाई की है उन्हें सबक सिखाया जाए, ताकि यह लोग अन्य किसी के साथ इस तरह का व्यवहार ना करें।

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