संजय विश्वकर्मा, उमारिया। मप्र के उमारिया जिले के मानपुर में मॉनिटर लिजार्ड की तस्करी का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि लिजार्ड के अंगों का इस्तेमाल दवाई बनाने के लिहाज से तस्करी की गई थी. मानपुर के वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत 2 आरोपियों को मृत लिजार्ड के साथ पकड़ा गया है.
लिजार्ड तस्करी पर कड़े कानून
उमारिया के बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के उपसंचालक लवित भारती के मुताबिक मॉनिटर लिजार्ड का शिकार करने पर 3 से 7 साल का कारावास होता है. इसी क्रम में तस्करी करने वाले दोनों आरोपियों पर कार्रवाई की गई है. आरोपी अंधविश्वास में आकर लिजार्ड के अंगों का इस्तेमाल दवाई बनाने में करने वाले थे.
मॉनिटर लिजार्ड के बारे में जाने
बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व, उमरिया के उपसंचालक लवित भारती के अनुसार मॉनिटर लिजार्ड एक शर्मिला जानवर है. Wild Life Protection Act के तहत इसे विशेष सरंक्षण प्राप्त है. जो सरंक्षण टाइगर को मिलता है. ठीक वही सरंक्षण मॉनिटर लिजार्ड को भी मिलता है. टाइगर को शेड्यूल 01 की श्रेणी में विशेष संरक्षण प्राप्त है.
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