एंटरटेनमेंट डेस्क. कैथरीन ज़ेटा-जोन्स इस समय अपने पति-अभिनेता माइकल डगलस के साथ भारत में हैं, जिन्हें गोवा में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ‘सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया जा रहा है. कैथरीन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के साथ अपने विशेष संबंध के बारे में एक किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि जब वह 18 महीने की थीं, तब एक भारतीय डॉक्टर ने उनकी जान बचाई थी.

‘द मास्क ऑफ ज़ोरो’ की अभिनेत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “जो कहानी मैंने पहले कभी नहीं बताई वह यह है कि भारत ने मुझे बहुत ही गंभीर व्यक्तिगत तरीके से छुआ है. जब मैं 18 महीने का था तब एक भारतीय डॉक्टर ने ट्रेकियोटॉमी करके मेरी जान बचाई थी. मुझे आश्चर्य है कि जब मैं भारत आती हूं, तो मुझे घर वापस आने का एहसास क्यों होता है, और शायद इसका इससे कुछ लेना-देना है. मैं यहां हूं, इसका कारण ब्रिटेन में एक भारतीय डॉक्टर की प्रतिभा है.”

कैथरीन ज़ेटा-जोन्स ने भारतीय फिल्मों के प्रति अपने प्यार के बारे में भी बात की और कहा कि उनकी पसंदीदा बॉलीवुड फिल्म शाहरुख खान अभिनीत ‘ओम शांति ओम’ है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह किसी भारतीय फिल्म का हिस्सा बनना चाहेंगी, कैथरीन ने कहा कि उन्हें यह पसंद आएगा और उन्होंने रितेश बत्रा की ‘द लंचबॉक्स’ की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “वास्तव में, मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक ‘द लंचबॉक्स’ है, जो अब तक की मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक है.”

कैथरीन ने बताया कि वह एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर थीं, जब उनकी नजर इस फिल्म पर पड़ी, और उन्होंने इसे एक के बाद एक दो बार देखा. अभिनेत्री ने बताया कि जैसे ही उनके विमान ने लैंडिंग की उन्होंने अपने एजेंट को फोन किया और पता चला कि निर्देशक रितेश बत्रा भी लंदन में थे, इसलिए वह उनसे मिलीं. कैथरीन ने कहा कि वह अब भी उनके साथ काम करने का इंतजार कर रही हैं और खुशी से इंतजार करेंगी. बता दें कि ‘द लंचबॉक्स’ में दिवंगत इरफान खान और निम्रत कौर मुख्य भूमिका में थे.