हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद पूरे देश में सीडीएस बिपिन रावत के स्वस्थ्य होने के लिए दुआएं की जा रही है. वे मूलतः उत्तराखंड के थे. करीब दो वर्ष पहले वे अपने ममेरे भाई के परिवार आयोजित पूजा में शामिल होने गए थे, तब उन्होंने अपने रिटायरमेंट के बाद की इच्छा जाहिर की थी.

सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत करीब 2 वर्ष पहले चार धाम यात्रा पर उत्तराखंड आए थे. वे अपने मामा के घर थाती धनारी भी गए थे. तब तत्कालीन आर्मी चीफ का ग्रामीणों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया. ख़ास बात यह है कि तत्कालीन सेनाध्यक्ष बिपिन रावत पहली बार पत्नी के साथ अपने ननिहाल थाती गांव गए थे. गांव में उनके ममेरे भाई नरेंद्र परमार रहते हैं.

तत्कालीन सेना प्रमुख बिपिन रावत के स्वागत में उनके ननिहाल में पारंपरिक पकवान स्वाले और दाल के पकोड़े समेत अन्य पहाड़ी व्यंजन भी उन्हें परोसे गए थे. तब जनरल रावत ने कहा था कि वो रिटायरमेंट के बाद अपने पैतृक गांव में ही रहेंगे.