रायपुर। देश में अनुसूचित जाति वर्ग में गरीब बच्चे जो पढ़ना चाहते हैं और पढ़ नहीं पाते उन बच्चों के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बड़ा फ़ैसला लिया. ऐसे बच्चों की पढ़ाई के लिए केंद्र सरकार ने 34 हज़ार करोड़ से ज़्यादा राशि का प्रावधान किया है. यह बात सांसद सुनील सोनी ने अनुसूचित जाति से संबंधित छात्रों के लिए मेट्रिकोत्तर छात्रवृत्ति की जानकारी देते हुए कही.

केंद्र सरकार की योजना पर प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए सांसद सोनी ने कहा कि 1 करोड़ 36 लाख एससी वर्ग के बच्चे ख़ासतौर पर लड़कियाँ पढ़ाई छोड़ देते हैं, उन बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था केंद्र सरकार ने की है. मोदी सरकार का मानना है कि इस वर्ग में ज्ञान के माध्यम से रोशनी आए, परिवार सक्षम बने, आत्मनिर्भर भारत में उनकी भूमिका हो यही मानना है.

बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय ने कहा कि जून जुलाई में स्कूलों में प्रवेश लेने के दौरान बड़ी तादात में ऐसे बच्चे थे जो फ़ीस नहीं देने की वजह से पढ़ाई छोड़ देते थे. अब इन बच्चों के खाते में सीधे राशि आ जाएगी.  पहले राज्य सरकार को इस मद में राशि हसत्तांतरित होती थी, देरी से पैसा आने की वजह से बच्चों को सही वक्त पर यह राशि नहीं मिल पाती थी.  इस वर्ग के लिए बड़ा निर्णय लिया है.

मार्कण्डेय ने कहा कि स्कूलों में प्रवेश के दौरान फार्म में बैंक खाता नम्बर दर्ज किया जाएगा. इससे सीधे ही खाते में पैसा आ जाएगा. इस योजना का फ़ायदा निचले स्तर तक पहुचाने के लिए अनुसूचित जाति मोर्चा उन तक पहुँचेगा. हम लोगों के बीच जाकर बताएँगे कि पैसों के अभाव में बच्चों को स्कूल भेजना बंद ना करे.