प्रतीक चौहान. रायपुर. वेतन विसंगतियों और अन्य मांगों को लेकर प्रदेश भर से हजारों सहायक शिक्षक रायपुर पहुंच गए हैं. इन शिक्षकों का कहना है कि कांग्रेस की सरकार ने चुनाव से पहले किया अपना वादा अब तक पूरा नहीं किया, जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे. लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में एक चौकाने वाली जानकारी सामने आई है.

लल्लूराम को पता चला है कि इस फेडरेशन का नेतृत्व कर रहे फेडरेशन के अध्यक्ष एक हाईटेक सटोरिये के रूप में कार्य कर चुके है. लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में पता चला है कि उक्त शिक्षक को पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था. यही कारण है कि अब सवाल उठ रहा है कि क्या शिक्षक फेडरेशन के इस आंदोलन का नेतृत्व एक हाईटेक सटोरिया कर रहा है ?

2 लाख 40 हजार रुपए नगद के साथ मनीष मिश्रा को किया गया था गिरफ्तार

लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक तत्कालीन राजनांदगांव एसपी ने उक्त आरोपी के गिरफ्तारी का खुलासा किया था. तब उक्त आरोपी मनीष मिश्रा अंबागढ़ चौकी मांगोला के शिक्षाकर्मी थे. आरोपी से एक करोड़ रुपए का हिसाब-किताब व 2 लाख 40 हजार रुपए नकद जब्त किए गए हैं.

तब पुलिस ने बताया था कि उक्त आरोपी को जिले का सट्टा किंग कहा जाता है. मनीष कार में घूम-घूमकर आईपीएल के मैचों पर सट्टा लिखा करता था. इसके लिए उसने गुजरात से रिकार्डिंग मशीन भी खरीदी थी. इस मशीन में एक साथ करीब 7 लोगों का फोन रिसीव किया जा सकता था, पुलिस को छकाने मनीष अलग-अलग इलाके में घूमकर पूरा कारोबार करता था. पुलिस ने पिछले साल भी गिरफ्तार किया था. आरोपी से 6 मोबाइल फोन, 1 कॉल रिकार्डर, 1 लैपटॉप भी बरामद किया था.

सुने क्या कह रहे है शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा