दुर्ग। थाना उतई पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया. पुलिस ने हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार खर लिया है. पति और प्रेमी ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को जोरातराई पुराना शराब भट्ठी के खंडहर में फेंक दिया था. पुलिस ने तफ्तीश के बाद मामले का खुलासा किया है.

पुलिस के मुताबिक महिला अपने पति अविनाश झा के साथ उमदा भिलाई 3 में निवासरत थी. अविनाश झा पूजा को शादी के बाद से ही मारता पीटता रहता था. आए दिन मारपीट कर जान से मारने की धमकी देता था. अविनाश झा से पूछताछ करने पर बताया कि वह और भिलाई 03 में विगत डेढ़ दो माह से रह रहा था.

इसी बीच अविनाश अपने घर में राजू (मायाशंकर) और पूजा के साथ मिलकर शराब पीए. साथ ही सांउड बाक्स बजाकर डांस किए. पूजा राजू के साथ अश्लील हरकत करने लगी, तब अविनाश को अच्छा नहीं लगा. वह उठकर बाहर शराब लेकर आता हूं कहकर चला गया. नीचे कुछ देर रहा फिर आकर दरवाजा की आड़ से देखा तो कमरे में पूजा और राजू आपत्तिजनक स्थिति में थे. कमरे में आकर अविनाश ने राजू के साथ मारपीट की, जिससे राजू के सिर में चोटें आई हैं. सिर में चोट लगने के कारण राजू वहां से निकल गया.

अविनाश ने राजू के जाने के बाद पूजा के साथ मारपीट की. रात में जब पूजा की तबियत बिगड़ने लगी तो अविनाश राजू को बुलाने गया. पूजा को इलाज कराने अस्पताल ले जाना पड़ेगा, तब दोनों ने चर्चा की अस्पताल जाने पर पुलिस केस हो जाएगा, चलो पूजा को मार देते हैं.

पूजा न तो तेरी न मेरी हैं. राजू पूजा से प्यार करने लगा था, तब पूजा राजू को बोली थी कि अविनाश को छोडकर राजू के पास रहेंगी. दोनों मिलकर अविनाश के घर में पूजा के साथ मारपीट किए. शराब के बाटल से उसके शरीर में मारे. पूजा के सिर को दिवाल से टक्कर मारे और पूजा के गिरने पर अविनाश नें उसका गला दबा दिया, जिसमें राजू ने उसका साथ दिया. इससे पूजा की मौत हो गई.

विवेचना के दौरान आरोपी अविनाश झा और राजू ने हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया. घटना में प्रयुक्त वाहन और अन्य सामाग्री को जब्त किया गया है. आरोपियों को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमांड पर भेजा गया.

इस कार्रवाई में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पाटन देवांश सिंह राठौर, थाना प्रभारी निरीक्षक नवी मोनिका पाण्डेय, उपिरीक्षक श्यामसिंह नेताम, सउनि शरीफुद्दीन खान, सउनि अश्वनी कुमार, सउनि राजकुमार देशमुख , सउनि चंदषेखर सोनी, आरक्षक राजकुमार चंद्रा, आरक्षक दुष्यंत लहरे, आरक्षक महेश देवांगन, आरक्षक सुरेन्द्र चौहान, आरक्षक खोमन साहू आरक्षक कृष्णा बंजारे, आरक्षक भीषम करैत, आरक्षक अमर नायक, आरक्षक दोमेनिक किसपोस्टा, आरक्षक कोमल राजपूत, आरक्षक पवन आडिल, आरक्षक कमलनारायण साहू की सराहनीय भूमिका रही.