शिवम मिश्रा, रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले 2 सप्ताह से चर्चा का विषय बने निलंबित एडीजी GP सिंह ने अग्रिम जमानत याचिका वापस ले ली है. ACB ने आय से अधिक संपत्ति और कुछ दस्तावेजों के आधार पर करप्शन और राजद्रोह का केस दर्ज किया है. निलंबित ADG जीपी सिंह ने रायपुर डीजे कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई गई थी.
GP सिंह केस की पुलिस डायरी अधूरी
जानकारी के मुताबिक अभी पुलिस GP सिंह मामले में कई जगहों पर पूछताछ कर रही है. इससे अभी पुलिस की केस डायरी अधूरी है. पुलिस कोर्ट में डायरी पेश नहीं कर पाई. वहीं ACB ने जीपी सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन जीपी सिंह ने तबीयत ठीक नहीं होने की जानकारी दी. साथ ही उन्होंने पत्र लिख कर कहा कि उन्हें कोरोना के लक्षण हैं, जिससे वे होम क्वॉरेंटाइन हैं. जल्द जीपी सिंह का कोविड टेस्ट भी किया जा सकता है.
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बता दें कि 1 जुलाई को रायपुर स्थित जीपी सिंह के सरकारी घर में ACB का छापा पड़ा था. तीन दिन तक चली कार्रवाई में रायपुर, ओडिशा, पंजाब में 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पर्दाफाश हुआ था. इस पर ACB और EOW की टीम ने FIR दर्ज की थी. इतना ही नहीं ACB को जीपी सिंह के घर से मिले दस्तावेज कई गवाही दे रहे थे. कई नेताओं और अफसरों की जन्मकुंडली होने की बात कही गई थी. साथ ही कई बैंक अकाउंट और बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ था.
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बीते दिनों GP की डायरी मिली थी. इस डायरी में राज्य सरकार और खास तौर पर सीएम सचिवालय के कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ गंभीर टिप्पणियां दर्ज हैं. सरकार के मंत्रियों, नेताओं और अन्य राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के खिलाफ भी षड्यंत्र किए जाने संबंधी दस्तावेज छापे के दौरान बरामद हुए हैं. जीपी सिंह दूसरे राजनीतिक दलों को सरकार के विरोध में दस्तावेज उपलब्ध कराते थे. साथ ही कई अन्य अहम जानकारियां भी साझा करते थे.
बस्तर को किस तरह सुलगाया जा सकता है?
सूत्रों की मानें तो डायरी के पन्नों में मौजूदा, और पिछली सरकार के प्रभावशाली लोगों के खिलाफ ऐसी–ऐसी बातें लिखी गई हैं, जिसे बेहद संगीन माना जा रहा है. यही नहीं, डायरी में बस्तर और सरगुजा के अलग–अलग हिस्सों का राजनीतिक विश्लेषण भी है. बस्तर को किस तरह सुलगाया जा सकता है? सरगुजाकीविधानसभासीटोंकाबारीकविश्लेषणभीहै. सीबी ने छापेमारी के बाद डायरी को पुलिस को सौंप दिया था. पुलिस ने विवेचना के बाद प्रकरण को राजद्रोह के लायक माना है.
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