रायपुर. श्री नारायणा हॉस्पिटल में 50वीं रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न हुई. इस विशेष अवसर पर हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.सुनील खेमका और रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जन डॉक्टर प्रीतम अग्रवाल ने बताया कि, हमारे प्रांत छत्तीसगढ़ के लिए यह बहुत ही गर्व का विषय है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की फुल्ली ऑटोमेटिक रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की सुविधा अब यहां पर उपलब्ध हो चुकी है.

फुल्ली ऑटोमेटिक रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की विशेषताओं के बारे में उन्होंने बताया कि, इस सर्जरी को सबवेस्टॉस टेक्निक से किया जाता है, इसमें एलाइनमेंट सटीक होता है. जिससे ह्यूमन एरर होने की संभावना नहीं होती है. सॉफ्ट टिशू बैलेंसिंग एकदम परफेक्ट होती है. जॉइंट्स की लाइफ बढ़ जाती है, पेशेंट को पेन कम होता है. पेशेंट का चलना फिरना जल्दी प्रारंभ हो जाता है. हॉस्पिटल स्टे कम होता है, इसमें रिकवरी एकदम फास्ट होती है और इससे गोल्ड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी भी की जा सकती है. इसमें ब्लीडिंग कम होती है, कॉम्प्लिकेशन रेट्स एकदम कम है और एक्यूरेसी सब मिलीमीटर मैं होती है.

श्री नारायणा में 50वीं रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने वाले 69 वर्षीय डॉक्टर मुकेश डी जैन ने बताया कि, उन्हें बढ़ती उम्र की वजह से चलने फिरने में, सीढ़ियां उतरने चढ़ने में, अपनी दैनिक क्रियाओं के निष्पादन में और यहां तक की उठने-बैठने में भी बहुत ज्यादा तकलीफ होने लगी थी. उनके बाएं घुटने में तेज असहनीय दर्द होने लगा था, नौबत यहां तक आ पहुंची थी कि उनकी चाल में भी लंगड़ाहट आने लगी थी. तब 3 साल पहले उन्होंने श्री नारायणा हॉस्पिटल में नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराई थी, इसके कुछ दिन बाद ही उनके बाएं घुटने में भी पहले घुटने की तरह ही तकलीफ बढ़ने लगी तभी किसी कांफ्रेंस में उनके जर्मनी प्रवास के दौरान उन्हें रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने की सलाह दी गई.

साथ ही यह भी बताया गया कि, इसके रिजल्ट बहुत ही अच्छे हैं, तब उनकी श्री नारायणा हॉस्पिटल में बाएं घुटने की रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी डॉ प्रीतम अग्रवाल द्वारा सफलतापूर्वक की गई. उनका दूसरे दिन से ही वॉकर की सहायता के बिना ही चलना फिरना शुरू हो गया. सर्जरी के तीसरे दिन बाद ही उन्हें सीढ़ियां उतरने चढ़ने में कोई भी तकलीफ नहीं हुई. दर्द तो बिल्कुल नहीं रहा. उनके अनुसार डॉ प्रीतम अग्रवाल से एप्रोच एकदम इजी है और हम उनके फैन बन गए हैं. जिनकी वजह से मेरी मूवेबिलटी बढ़ गई है, डॉ जैन ने कहा कि, फुल्ली ऑटोमेटिक रोबोटिक नी सर्जरी के साथ इतनी बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं छत्तीसगढ़ में उपलब्ध होना मेडिकल टूरिज्म की दृष्टि से एक शानदार उपलब्धि है.