रायपुर। वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान देशभर में कोविड महामारी से उत्पन्न हुई चुनौतियों के बीच अदाणी फाउंडेशन के सराहनीय प्रयासों से रायपुर के ग्रामीण इलाकों में एक नई ऊर्जा का संचार देखने को मिला है. स्वास्थ्य, शिक्षा व आजीविका के मद्देनजर उठाएं गए कदमों ने महिलाओं, युवाओं व कृषकों के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है. कोरोना महामारी की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए रायपुर एनर्जेन लिमिटेड ने अदाणी फाउंडेशन के द्वारा स्थानीय प्रशासन की मदद हेतु अनेक राहत कार्यों को फलीभूत किया है. जिसमें सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में पानी की समस्या दूर करने हेतु बोर खनन से लेकर खरोरा में अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में एम्बुलेंस व आक्सीजन परिवहन हेतु वाहन एवं अन्य जरुरी उपकरणों के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना शामिल है.

इसके अतिरिक्त मोबाइल हेल्थ केयर वैन के जरिये स्थानिकों को घर पहुंच स्वास्थ सुविधाएं पहुंचाना तथा गावों को सैनिटाइज करना शामिल है. वहीं वर्तमान में कोरोना से जूझ रहे जरूरतमंदों को जिला प्रशासन के मार्फत ऑक्सीमीटर एवं स्थानीय हॉस्पिटल में आक्सीजन प्लांट भी प्रस्तावित किया गया है. जबकि गतवर्ष 5000 से अधिक राशन पैकेट जनपद पंचायत के द्वारा 137 ग्रामों के कोविड आइसोलेशन केंद्रों व रायपुर स्मार्ट सिटी के प्रभावितों में वितरीत किए गए. इसके अतिरिक्त कई जागरूकता अभियानों के जरिये 28 हजार से अधिक मास्क वितरित कर, प्रशासन व स्थानिकों की सेहत का भरपूर ख्याल रखा गया है.

गौरतलब है कि, वित्तीय वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी के बीच अदाणी फाउंडेशन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य व आजीविका के लिए विभिन्न सराहनीय कदम उठाए गए. जिसमें छात्रों की पढ़ाई, महिलाओं का सशक्तिकरण व किसानों को आय अर्जन के नए स्त्रोतों से जोड़ने का सफल प्रयास किया गया. इस दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को ऑनलाइन व डोर टू डोर कोचिंग व मॉक टेस्ट उपलब्ध कराना, साथ ही प्रयास योजना के जरिये उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं में 30 छात्रों को विशेष प्रतियोगिताओं हेतु तैयारी कराना भी शामिल है. इसके अलावा नोनी लारी के माध्यम से बालिकाओं को कॉलेज जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की मुफ्त सुविधा, व इन बालिकाओं के जरिये स्थानीय बच्चों को स्वदान के जरिए फ्री ट्यूशन की योजना, शिक्षा को सतत जारी रखने में सहायक सिद्ध हुई है. इस सुविधा के अंतर्गत अब तक 250 बालिकाओं को ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट होने में मदद मिली है.

स्वास्थ्य के मद्देनजर फाउंडेशन द्वारा किये गए कार्यों के अंतर्गत 13 गावों में सफलतापूर्वक संचालित हो रही मोबाइल हेल्थ केयर वैन के जरिये, ग्रामीणों की स्वास्थ्य सम्बन्धी छोटी सी छोटी जरूरतों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. महामारी के दौरान दिव्यांग स्वावलंबन योजना के तहत 79 दिव्यांगजनों को उपकरण उपलब्ध कराए गए तथा चार स्पेशल हेल्थ कैंप भी आयोजित किये गए, जिसमें 300 से अधिक ग्रामीणों को लाभान्वित होने का मौका मिला. वहीं सुपोषण योजना के तहत कुल 100 गर्भवती, शिशुवती महिला तथा युवतियों को हर महीने चिकित्सीय सलाह कैंप आयोजित कर, मुफ्त दवा व अन्य जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

आजीविका के क्षेत्र पर नजर डालें तो यहां भी महिलाओं, युवाओं व किसानों के लिए फाउंडेशन का भरपूर सहयोग देखने को मिलता है. जिसमें मुख्य रुप से चिराग महिला विकास समिति रायखेड़ा से जुड़े 20 महिलाओं को जीवकोपार्जन हेतु एलईडी बल्ब बनाने का प्रशिक्षण देकर विपणन हेतु मशीन सेटअप तथा रॉ मटेरियल के लिए वित्तीय सहायता दी गई. साथ ही 20 महिलाओं को ट्रेनिंग देकर मशरूम बीज का वितरण किया गया. जो आने वाले समय में आर्थिक लाभ देने में सहायक होंगे. इसके अतिरिक्त किचन गार्डन योजना भी महिलाओं के लिए फलदायक सिद्ध हो रही है. वहीं 40 किसानों को वर्मीकम्पोस्ट हेतु वर्मी बेड व केंचुआ तथा दुधारू पशुओं हेतु अजोला चारा तथा दवाइयों का वितरण भी शामिल है.

बता दें कि रायपुर एनर्जेन लिमिटेड ने अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से लगभग हर कदम में अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन विभिन्न कार्यक्रमों के तहत गांवों को सशक्त बनाने की कोशिश की है, जिसके बेहतर परिणाम वैश्विक महामारी के दौरान देखने को मिल रहे हैं.