सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इसी बीच रायपुर के टीकरापारा स्थित एक निजी अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. अस्पताल प्रबंधन कोरोना के गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहा है. कोरोना मरीजों के शव को बिना पैकिंग किए परिजनों सौंप रहा है. मना करने पर मरीज के परिजनों से ही ट्रिपल लेयर बैग मंगवाया जा रहा है. उक्त निजी अस्पताल को पहले भी चेतावनी दी जा चुकी है. बावजूद इसके दोबारा लापरवाही बरती गई है.

ख्वाजा गरीब नवाज कमेटी के ओर संचालित शव वाहन के चालक अब्दुल इस्लाम ने बताया कि बालाजी हॉस्पिटल प्रबंधन कोरोना डेड बॉडी के लिए परिजनों से ही किट मांग रहा है. किट नहीं देने पर कपड़े में लपेटकर शव दे रहा है. इसलिए कोरोना शव को हमने लेने से इंकार कर दिया. इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने बॉडी किट नहीं दिया. अंत में एंबुलेस चालक किट लाकर बॉडी को पैक किया. जिसके बाद शव को दफन के लिए लेकर गए. ऐसी लापरवाही करने वाले अस्पताल पर कार्रवाई होनी चाहिए.

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लापरवाही से अन्य लोगों के संक्रमित होने का खतरा

नगर निगम उपायुक्त पूलक भट्टाचार्य बताया कि यह बड़ी लापरवाही है. इस तरह की लापरवाही से परिजन और दाह संस्कार में लगे कर्मचारी संक्रमित हो जाएंगे. अस्पताल को प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बाबाजी अस्पताल ने पहले भी इस तरह की लापरवाही की थी.

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बॉडी पैकिंग करना अस्पताल की जिम्मेदारी

नियम के मुताबिक इलाज के दौरान कोरोना मरीज की मौत होने पर अस्पताल को ही थ्री लेयर बैग में पैक करना होता है. जिसमें बैग के विंडो से मृतक का चेहरा दिख रहा हो. यह हॉस्पिटल की ज़िम्मेदारी है. लेकिन बिना थ्री लेयर बैग में पैक किए बगैर अंतिम संस्कार के लिए दिया जाना बड़ी लापरवाही है. बता दें कि कोरोना से मृत लोगों का अंतिम संस्कार का जिम्मा नगर निगम ने संभाला है.

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