रायपुर. केंद्रीय जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क रायपुर की टीम ने राजधानी में कर चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है. फर्जी बिलिंग के कारोबार में लिप्त दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जीएसटी लागू होने के बाद से सीजीएसटी आयुक्तालय रायपुर द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर अब 8 हो गई है.

सीजीएसटी, रायपुर के प्रधान आयुक्त अतुल गुप्ता ने बताया, गोपनीय सूचना के आधार पर केंद्रीय जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क, रायपुर के अधिकारियों ने मेसर्स राधे कंस्ट्रक्शन, मेसर्स अयाज खान, मेसर्स मंटू काजी, मेसर्स दिशा ट्रेडर्स और मेसर्स मुकेश ट्रेडर्स, रायपुर के परिसरों पर तलाशी ली. टीम ने जांच में पाया कि उपरोक्त सभी फर्मे किसी भी प्रकार के माल सेवाएं की आपूर्ति किए बिना फर्जी बिल बनाने एवं नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित करने में लिप्त हैं.

जांच में पता चला कि मनोज कुमार वलेचा, स्पर्श सोनी के साथ उक्त फर्जी फर्मों की एक शृंखला बनाने में संलिप्त हैं. उपर्युक्त फर्मों की शृंखला के माध्यम से वलेचा और सोनी ने फर्जी बिल तैयार किए हैं और बिना किसी अंतर्निहित सामान और सेवाओं की आपूर्ति के 5.92 करोड़ रुपए के नकली आईटीसी को पारित किया है.

वलेचा और सोनी उपर्युक्त फर्मों द्वारा किए गए लेनदेन के लाभार्थी हैं और इन दोनों व्यक्तियों द्वारा किए गए अपराध सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 132 (1) (एल) (आई) के तहत दंडनीय है. दोनों व्यक्तियों को केंद्रीय जीएसटी टीम ने आज गिरफ्तार किया और उन्हें अदालत में पेश किया गया. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपियों का 14 दिनों का रिमांड मंजूर किया.