रायपुर। छत्तीसगढ़ की नैना धाकड़ अपने अदम्य साहस, हिम्मत और लगन से माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी पर देश-प्रदेश और आमचो बस्तर समेत 6 झंडों को लहराया है. नैना धाकड़ ने अपने हिम्मत से छत्तीसगढ़ को ही नहीं बल्कि देश को भी ख्याति दिलाई है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पर्वतारोही नैना से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आप बस्तर के सभी युवाओं के लिए प्रेरणा की स्रोत बन गई हैं.

सिंहदेव ने पर्वतारोही नैना धाकड़ से की बात

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्वतारोही नैना धाकड़ से बातचीत की. छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग निवासी नैना धाकड़ ने पिछले दिनों विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि देश को भी ख्याति दिलाई है.

16-17 पर्वतों पर कर चुकी चढ़ाई

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा के दौरान नैना धाकड़ ने बताया कि वह 10 वर्षों से पर्वतारोहण में जुटी हुई हैं. 20 साल की आयु से पर्वतारोहण की ट्रेनिंग कर रही नैना ने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए कड़े परिश्रम और लगन के साथ 16-17 पर्वतों पर चढ़ाई की है.

पर्वतारोहण के अनुभव पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने बताया कि लगभग 450 पर्वतारोहियों के साथ माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के दौरान उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और शिखर पर पहुंचकर राष्ट्रध्वज, स्वामी विवेकानंद जी, छत्तीसगढ़ शासन समेत 6 झंडे फहराए और सारे जहां से अच्छा गीत गाया.

इस विषय पर सिंहदेव ने कहा कि जिस प्रकार आपने अथक परिश्रम से यह उपलब्धि अर्जित की है. आप केवल राज्य और देश का गौरव नहीं बल्कि मानवता के लिए उदाहरण हैं. इसके साथ ही नैना धाकड़ ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड पर स्वास्थ्य मंत्री से सुझाव मांगे, जिसका उन्होंने विस्तृत जवाब दिया. इस वर्चुअल संवाद में उन्होंने नैना धाकड़ के परिजनों को शुभकामनाएं दीं.

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