दुर्ग। नेशनल हाइवे के जानलेवा गड्ढों के विरोध में आज बच्चों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. अपनी मासूमियत और रंगबिरंगी कला से विरोध प्रदर्शन कर शासन-प्रशासन को जगाने का प्रयास किया. बच्चों ने नेशनल हाईवे के गड्ढों के विराेध में पावर हाउस चौक पर कैनवास, ब्रश और रंगबिरंगे पेंट लेकर बैठे और गड्ढों की तस्वीर बच्चों ने अपने कैनवास पर उकेरी.

गड्ढों की खूबसूरत रंगोली

इसी के बाद बच्चों ने इन गड्ढों की खूबसूरत रंगोली बनाई. शासन-प्रशासन तो नेशनल हाइवे को सुधारने का प्रयास नहीं कर रहा है, लेकिन मासूम बच्चों ने अपनी कला और रंगोली से इन गड्ढों को भरने और उसकी असलीत को प्रशासन को दिखाने पेंटिंग बनाई.

सड़कों के गड्ढों पर रैंप वॉक

भिलाई नगर निगम के पूर्व नेताप्रतिपक्ष रिकेश सेन के नेतृत्व में बीते दो दिन से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. पहले दिन रिकेश के नेतृत्व में महिलाओं ने इन सड़कों के गड्ढों पर रैंप वॉक कर विरोध प्रदर्शन किया था.

खुद सज सवर कर मेकअप करके कैट वॉक कर शासन-प्रशासन को बताने का प्रयास किया. अब इस सड़क को भी मेकअप की जरूरत है. इसके बाद गत दिनाें रोड पर सैलून लगाया गया. बकायदा कुर्सी लगाकर बीच सड़क पर ग्राहकों के बाल भी काटे गए.

शुक्रवार को नेशनल हाइवे के गड्ढो की पेंटिंग की गई. इन गड्ढों पर रंगोली भी बनाई जाएगी. भिलाई के इतिहास में पहली बार किसी मुद्दे को लेकर इस तरह का अनोखा प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी के साथ ही रिकेश ने आज सब को मिठाई बांटी और अपना विरोध प्रदर्शन बंद किया.

उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत रंग लाई है. रिकेश ने कहा कि वे सिर्फ जनता के सेवक है और जनता के हित के लिए यह विरोध प्रदर्शन लगातार कर रहे थे. इस विरोध प्रदर्शन को राजनीति की दृष्टि से ना देखे ये जन हिट का मुद्दा है, जिसके विरोध में हम लगातार विरोध प्रदर्शन किए.

इसमे हमारी बहनों और बच्चों का बड़ा सहयोग रहा.  इन्हीं के अथक प्रयास से प्रशासन जागा है. विरोध का एक और बड़ा कारण है कि हम सब ने कोरोना काल में अपनों को खोया है. उस गम से अबतक उबर नहीं पाएं हैं. अब नेशनल हाइवे के गड्ढे खतरा बने हुए हैं. इसलिए इसे सुधारा जाए. उनके प्रदर्शन के बाद प्रशासन जागा है. सड़क का संधारण कार्य भी शुरू कर दिया गया है.

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