दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ का दंतेवाड़ा जिला धुर नक्सल प्रभावित इलाका है. बस्तर के कई इलाकों में नक्सलियों की ‘तूती’ बोलती है. इन्हीं नक्सल इलाके से अब पुलिस महकमे के लिए अच्छी खबर है. दंतेवाड़ा पुलिस की ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आईये) अभियान रंग ला रही है. दंतेवाड़ा पुलिस के सामने अब तक 90 इनामी समेत 334 नक्सलियों ने आत्मसमपर्ण किया है. सोमवार को भी एक लाख के इनामी के साथ 2 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.

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‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आईये) अभियान

दंतेवाड़ा जिले में नक्सल उन्मूलन के तहत ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आईये) अभियान चलाया जा रहा है. जिले के कई गांवों के जो भी स्थानीय लोग प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय हैं. उन्हें आत्मसमर्पण कर सम्मानपूर्वक जीवन-यापन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. थाना, कैम्पों और ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय माओवादियों के नाम भी चस्पा किए गए हैं. 

इन 2 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

सोमवार को लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 2 नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी के सामने सरेंडर किया है. एसपी ऑफिस से प्रेसनोट जारी कर इसकी जानकारी दी गई है. सरेंडर किए गए नक्सलियों की पहचान गंगाराम उर्फ छोटू मुचाकी (35 वर्ष) मिलिशिया कमांडर 1 लाख इनामी के रूप में हुई है. दूसरे की पहचान पांडू मडकाम (30 वर्ष) डीकेएमएस सदस्य के रूप में हुई है.

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इस वजह से 334 नक्सलियों ने किया सरेंडर

एसपी ने प्रेसनोट जारी कर बताया है कि दंतेवाड़ा पुलिस के लोन वर्राटू अभियान से नक्सली प्रभावित हो रहे हैं. अब तक 90 इनामी नक्सली समेत कुल 334 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं. ये नक्सली माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा से तंग आ गए हैं. इसलिए छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करना चाहते हैं.

नक्सली गंगा राम उर्फ छोटू मुचाकी

  • वर्ष 2015 में कटेकल्याण से तेलम मार्ग को नक्सलियों ने बंद किया था. इस दौरान ग्राम पुमकपाल-तेलम के बीच के बड़े पुल को तोड़-फोड़ कर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था. 
  • वर्ष 2015 में एटेपाल से टेटम मार्ग को घाटी के नीचे लगभग 2-3 स्थानों पर सड़क खुदाई में शामिल था.
  • वर्ष 2016 में ग्राम नकुलनार से मैलावाड़ा पुल को तोड़-फोड़ किया था. 
  • वर्ष 2017-18 में तेलम मार्ग पर लगभग 25-30 स्थानों पर पुलिस को जान से मारने की नीयत से बुबीट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2018 में ग्राम डब्बा से जियाकोरता जाने वाली पगडूण्डी मार्ग में 3 स्थानों पर 5 किग्रा का क्लेमोर माइन्स लगाने की घटना में शामिल था.
  • नक्सली बंद के दौरान ग्राम तुमकपाल से कटेकल्याण मार्ग पर बेनर, पोस्टर और पाम्पलेट लगाकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था.

नक्सली पाण्डू मड़काम 

  • वर्ष 2017 और 18 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम परचेली बण्डीपारा से चिकपाल तक रोड़ खुदाई में शामिल था. जिससे आवागमन बाधित हुआ था. 
  • वर्ष 2019 में ग्राम चिकपाल से मुनगा जाने वाली पगड्ण्डी मार्ग पर 5 किग्रा का क्लेमोर माइन्स लगाने की घटना में शामिल था.

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