धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. केंद्रीय राज्य मंत्री की सुरक्षा में प्रशासन ने लापरवाही बरती है. केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बार्ला की सुरक्षा में लापरवाही मामले में भाजपा के नेता भड़के हैं. इस पर भड़के भाजपाई इसे सरकार की षडयंत्र बताए हैं. न्यायिक जांच की मांग की है.

दरअसल, राज्य मंत्री जॉन के नियमित विमान द्वारा रायपुर पहुंचने. इसके बाद सड़क मार्ग से धमतरी, नगरी होते हुए उमरकोट, नवरंगपुर और ओडिशा प्रस्थान करने संबंधी जानकारी दी गई थी. धमतरी, रायपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को आधिकारिक रूप से प्रेषित की गई थी.

साथ ही माननीय केंद्रीय मंत्री के निज सहायक द्वारा इस बात की जानकारी फोन पर अधिकारियों को दी गई थी. धमतरी मे सिहावा चौक पर विधायक सहित प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनका स्वागत किया जाना है. तत्पश्चात सौजन्य भेंट के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता गजराज जैन के निवास मे जाने की जानकारी भी प्रशासन को दी गयी थी. इस संपूर्ण कार्यक्रम की जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष ने भी स्वयं अधिकारियों को फोन द्वारा दी थी.

उनके फॉलो मे लगे कर्मियों द्वारा घोर लापरवाही बरतते हुए माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री को राष्ट्रीय राजमार्ग से धमतरी होते हुए नगरी मार्ग ले जाने की बजाए सांकरा से नहर मार्ग से सीधे धमतरी नगर से बाईपास करते हुए नगरी मार्ग ले जाया गया.

बीजेपी नेताओं ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को जानबूझकर संकरे और सूनसान मार्ग से ले जाया गया. उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया. भाजपा जिलाध्यक्ष ठाकुर शशि पवार ने इसकी न्यायिक जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

धमतरी में भाजपा के जिलामंत्री कवींद्र जैन ने बताया कि धमतरी में केंद्रीय राज्य मंत्री के लिए रेस्ट हाउस आरक्षित था, ऐसे में पुलिस को उनके धमतरी में रुकने की जानकारी नहीं होना कई सवाल खड़े करता है. बीजेपी अब इस मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकती है.

इधर, धमतरी पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने भाजपाइयों के आरोपों से इंकार किया है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि केंद्रीय राज्य मंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई है. उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा नेताओं ने पुलिस को सिहावा चौक में केंद्रीय राज्यमंत्री के रुकने की कोई जानकारी नहीं दी थी और ना ही जॉन बार्ला के प्रोटोकॉल में इस बात का जिक्र था. पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री के नगरी में रुकने की बात कही गई तो उन्हें वहां रुकवाया गया.