प्रतीक चौहान. साउथ बिहार एक्सप्रेस से 8 बच्चों को रेस्कूय किया गया है. ये रेस्क्यू राउरकेला की आरपीएफ और जीआरपी के साथ चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने किया है.
जानकारी के मुताबिक इन सभी बच्चों को बिहार के 2-3 जिलों से रायपुर लाया जा रहा था. बच्चों को शेल्टर होम राउरकेला में रखा गया है. इन्हें साउथ बिहार एक्सप्रेस के डी-2 कोच से लाया जा रहा था.
सूत्रों के मुताबिक पहले ये जानकारी मिली कि बच्चों को मानव तस्करी के तहत काम करने ले जाया जा रहा है. लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में पता चला कि इन बच्चों को रायपुर के एक मदरसे में पढ़ाने लाया जा रहा था. हालांकि राउरकेला आरपीएफ और जीआरपी की टीम इन बच्चों के साथ मौजूद नवाब अली नाम के आरोपी से भी पूछताछ कर रही है कि ये इन बच्चों को कहा और क्यों ले जा रहा था.
एक आरपीएफ अधिकारी ने बताया कि इन बच्चों को डी-2 कोच से रायपुर लाया जा रहा था. वहीं मदरसे में पढ़ाई की बात रेस्क्यू किए गए बच्चों के माता-पिता ने भी कही है. जानकारी के मुताबिक सभी बच्चे बेहद गरीब परिवार से आते है और उनके माता-पिता उनका लालन-पालन करने में सक्षम नहीं है, यही कारण है कि उन्हें उक्त एजेंट के साथ भेज दिया गया था.
हालांकि इस पूरे मामले की जांच करने के बाद ही आधिकारिक रूप से कुछ भी कहने की बात राउरकेला आरपीएफ और जीआरपी कह रही है. अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है कि इसमें ज्यादातर बच्चे बिहार के भागलपुर जिले के रहने वाले है.
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