बालोद। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना कारगार साबित हो रही है. दूरस्थ और पहुंच विहीन क्षेत्रों के हाट बाजारों में आने वाले ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है. मोबाइल मेडिकल यूनिट का लाभ अब कोरोना संक्रमित क्षेत्रों के ग्रामीणों को मिल रहा है. कलेक्टर जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में कोरोना संक्रमित गांवों में शिविर आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में जाकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं सहित अन्य ग्रामीणों को निःशुल्क दवाईयां दे रहा है.

इसे भी पढ़ें- BIG BREAKING: पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला का कोरोना से निधन, 70 साल की उम्र में लीं अंतिम सांस

मोबाइल मेडिकल यूनिट के अंतर्गत कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि अबतक कोरोना संक्रमित 6 गांवों में शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें 72 ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार और स्वास्थ्य संबंधी निःशुल्क दवाइयां प्रदान कर लाभान्वित किया गया.

टेकापारस गांव में हाट बाजार

उन्होंने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट से 19 अप्रैल 2021 को गुरूर विकासखण्ड के कोरोना संक्रमित क्षेत्र बड़भूम पहुंचकर 7 ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया. इसी प्रकार बालोद के कोरोना संक्रमित क्षेत्र टेकापार में 20 अप्रैल को 14 ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया.

इसे भी पढ़ें: कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री करुणा शुक्ला पंचतत्व में विलीन: पति ने PPE किट पहनकर दी मुखाग्नि

हाट बाजार से ग्रामीणों को लाभान्वित किया जा रहा…

कोरोना संक्रमित क्षेत्र चिरईगोड़ी में 21 अप्रैल को 12 ग्रामीणो को लाभान्वित किया गया. गुण्डरदेही विकासखण्ड के कोरोना संक्रमित क्षेत्र कुरदी में 22 अप्रैल को 22 ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया. कोरोना संक्रमित क्षेत्र टिकरी में 23 अप्रैल को 7 ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया. कोरोना संक्रमित क्षेत्र तमोरा में 24 अप्रैल 2021 को 10 ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया.

इसे भी पढ़ें: विशेष: छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की चुनौती, भूपेश सरकार ने भी बनाई व्यापक रणनीति

मोबाइल मेडिकल यूनिट के तहत इलाज…

चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बिमारियों के परीक्षण किया जा रहा है. इसके अलावा मलेरिया, टीबी, HIV, रक्तचाप, मधुमेह, रक्ताल्पता, कुष्ठरोग, नेत्र विकार, डायरिया, सिकलसेल के जॉच की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है.

इसे भी पढ़ें: lalluram impact: राजधानी में ‘रेमडेसिविर इंजेक्शन’ की किल्लत होगी दूर!, सीएम राहत कोष से मिला 2 करोड़ रुपए

इतने लोग करते हैं काम…

उन्होंने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन में दो चिकित्सा अधिकारी(एक पुरूष, एक महिला), फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्टॉफ नर्स, वार्ड ब्वाय, वाहन चालक कार्यरत हैं. मोबाइल मेडिकल यूनिट अंतर्गत जिले के कोरोना संक्रमित ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराते रहेंगे. मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन कोरोना संक्रमित ग्रामों के ग्रामीणों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है.