शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी के एम्स अस्पताल में कोरोना संक्रमित शव से सोने का जेवर चोरी हो गया. यह आरोप मृतका के बेटे ने अस्पताल के कर्मचारियों पर लगाया है. उन्होंने एम्स प्रबंधन के खिलाफ थाने में शिकायत की है. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि मां सोने के कंगन और झुमके पहने थे, जो चोरी हो गए है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. ये पूरा मामला आमानाका थाना क्षेत्र का है.

आमानाका थाना पुलिस ने बताया कि एम्स अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज के शव से सोने के जेवर चोरी होने की शिकायत मिली है. मृतक महिला तसनिम शाहिद के बेटे मोहम्मद शाहिद ने शिकायत दर्ज कराई की 10 अप्रैल को उन्होंने अपनी माता जी को कोरोना संक्रमित होने के बाद एम्स अस्पताल में भर्ती कराया था. इस दौरान उन्होंने दोनों हाथों में सोने के कंगन और कान में झुमके पहने हुए थे. जिसकी कुल कीमत लगभग 3 लाख 70 हजार रुपए है. लेकिन 19 अप्रैल को तसनीम शाहिद की कोरोना से मौत हो गई. और उनके शव से सोने के कंगन और झुमके गायब थे. जिसके बाद मृतक के बेटे ने जेवर गायब होने की लिखित जानकारी अस्पताल प्रबंधन को भी दी थी. प्रार्थी के शिकायत पर थाना आमानाका में चोरी की एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है.

अस्पताल प्रबंधन का बयान

एम्स अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. एम नागलकर ने बताया कि कोविड वार्ड में किसी भी मरीज को कीमती वस्तु ले जाने की अनुमति नहीं है. अस्पताल में जितने भी मरीज आते हैं, हम उन्हें किसी भी सामान को अंदर ले जाने की अनुमति नहीं देते हैं. मरीज को सिर्फ कपड़े, साबुन, और मोबाइल फोन अंदर ले जाने की अनुमति देते हैं. फिर भी अस्पताल के कर्मचारियों पर चोरी के आरोप में शिकायत की गई है. इस मामले की जांच में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे.

शिकायतकर्ता का बयान

इस मामले के शिकायकर्ता मोहम्मद शाहिद ने बताया कि 10 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने पर उन्होंने अपनी मां को अस्पताल में भर्ती कराया था. इलाज के दौरान अस्पताल में 19 अप्रैल को माता जी का निधन हो गया. इस पूरे इलाज में उनके साथ उनकी केयर-टेकर भी थी. हमारी माताजी अस्पताल में भर्ती होते समय हाथ में सोने के कंगन और कान में सोने के झुमके पहनी हुई थी. लेकिन 19 अप्रैल को निधन के बाद उनके शव में सोने के जेवर नहीं थे. हमारे पास भर्ती करते समय की फोटो भी है. जिसमें उनके हाथ में सोने के कंगन और झुमके दिख रहे हैं. हमने इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन को भी दी है. लेकिन पिछले 1 माह से अस्पताल की ओर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. हमने इसकी शिकायत आमानाका थाना में की है.

आरटीआई से मांगी जानकारी

इस मामले में शिकायतकर्ता ने अस्पताल प्रबंधन पर आरटीआई भी लगाया है. आरटीआई में सवाल किए है कि उनकी मां का किस तरह से इलाज किया गया है. क्या क्या दवाई दी गई है, सभी की जानकारी मांगी है.

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