रायपुर। मैट्स विश्वविद्यालय के स्कूल आफ स्ट्डीज (वाणिज्य विभाग) की ओर से गुरूवार को अंर्तराष्ट्रीय पैनल चर्चा का आनलाइन आयोजन किया गया. पैनल चर्चा में राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के प्रबुध वक्ताओं ने अपने विचार रखे. पैनल चर्चा संयुक्त रूप से वाणिज्य विभाग मैट्स विश्वविद्यालय एवं पूणे इंस्टीट्यूट आफ बिजनेस मैनेजमेन्ट की ओर से आयोजित था.

कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में जुल्फी अली भूट्टो (निदेशक स्टीलकेष), डाॅं. एस के. बराल (प्राध्यापक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातिय विश्वविद्यालय अमरकंटक), आलोक शिवोपूरकर (कार्यकारी उप-निदेशक एच.डी.एफ.सी) और रोली शर्मा (अनुप्रयोग प्रबंधक पेमेंट प्लेटफार्म एन.आई.बी.सी. बैंक निदरलैंड) शामिल थे.

कार्यक्रम में वक्ताओं ने कोविड-19 काल में वर्क फ्राॅम होम कार्यशैली और उसके कर्मचारियों पर प्रभाव पर अपने विचार रखें. पैनल चर्चा का मुख्य उद्देश्य आनलाईन कार्यशैली, आफलाईन कार्यशैली और व्यक्तिगत व्यवसायिक उत्पादकता कैसे विस्तृत की जाए पर केंद्रीत था.

चर्चा के दौरान जुल्फी अली भूट्टो ने जीवंत प्रत्यक्ष उदाहरणों से कोरोना काल में बदले व्यवसायिक पर्यवरण एवं व्यवसायिक कार्यशैली पर सबका ध्यान आकर्षित किया. चर्चा की दूसरी प्रमुख वक्ता के तौर पर रोली शर्मा ने भारतीय एवं पाश्चात्य कार्य कुशलता और आनलाईन कार्यशैली में अंतर स्पष्ट करते हुए वर्क फ्राॅम होम अवधारणा पर प्रकाश डाला.

चर्चा की अध्यक्षता डाॅ. उमेष गुप्ता (विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग) ने की. कार्यक्रम का संचालन और सयोजन डाॅ. अर्ची दूबे ने किया.
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गजराज पगारिया, कुलपति डाॅ. दिपीका ढंड, महानिदेषक प्रियेश पगारिया एवं कुलसचिव गोकुलानंद पंडा ने विभाग को शुुभकामनाएं दी. इस पैनल चर्चा में वाणिज्य विभाग के सभी प्रध्यापक और विद्यार्थी आनलाईन माध्यम से शामिल हुए.

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