यशवंत साहू. दुर्ग. भिलाई. निकाय चुनाव के बाद अब निगम में मेयर और पालिका में अध्यक्ष के लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. 20 वार्डों वाले नगर पालिका परिषद जामुल में कुछ अलग होने वाला है. 7 जनवरी को ऐसा कुछ होने वाला है जिससे राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे. भले ही भाजपा के पास पार्षद ज्यादा हो लेकिन उन्हें खतरा बहुत है. पता चला है कि कांग्रेस ने भी अभी अपनी हार नहीं मानी है. वह भी सत्ता हासिल करने के लिए शह और मात के खेल के लिए तैयार है, इस तरह दोनों तरफ खिचड़ी पक रही है.

कांग्रेस के पास 5 पार्षद हैं. दो निर्दलीय पार्षद वार्ड-8 से निशा चेन्नेवार और वार्ड-7 से अश्वनी साहू ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है. अब कांग्रेस के पास 7 पार्षद हो गए हैं. वहीं कांग्रेस नेताओं का दावा है दो से तीन भाजपा पार्षद अब भी संपर्क में है. कांग्रेस की शहर सरकार जामुल में बनेगी। ये दावा है कांग्रेस नेताओं का.

भाजपा में क्या चल रहा है, बंछोर का विरोध भी

जामुल से भाजपा के 10, कांग्रेस के 05, निर्दलीय 04 और 01 पार्षद जनता कांग्रेस जे से निवाचित हुए हैं. रिजल्ट आने के बाद से यह माना जा रहा था कि रेखराम बंछोर चूंकि पहले भी अध्यक्ष रहे हैं इसलिए अगले अध्यक्ष वही होंगे लेकिन अब चर्चा है कि सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय तो उनके पक्ष में हैं पर सांसद सरोज पांडेय की राय उनसे कुछ अलग है. यदि ऐसा है तो फिर रेखराम बंछोर के लिए राह आसान नहीं है। हालांकि ज्यादातर विजयी भाजपा पार्षद उनके पक्ष में बताए जा रहे हैं. कुछ यह भी कह रहे हैं कि अगर रेखराम बंछोर को आगे किए तो कुछ पार्षद क्रॉस वोटिंग भी करेंगे.

कांग्रेस में मंत्री गुरू की टीम मैदान में

कांग्रेस को 20 में केवल 05 वार्ड में जीत हासिल हुई है. दो निर्दलीय पार्षद सीधे तौर पर समर्थन दे दिए हैं. 7 पार्षद होने के बावजूद कांग्रेस हार मानने के मूड में नहीं है ऐसा पता चला है. यदि सभी 4 निर्दलीय व जनता कांग्रेस की पार्षद को वे कांग्रेस में शामिल कर लेते हैं तब भी कम से कम 01 भाजपा पार्षद को तोड़ना पड़ेगा. इस काम के लिए मंत्री गुरू रूद्रकुमार के खासमखास आलोक पांडेय और यूथ कांग्रेस अहिवारा अध्यक्ष अमन सिंह परदे के पीछे रहकर मोर्चा संभाले हुए हैं. कांग्रेस कान्फिडेंस में है. माना जा रहा है कि कुछ अप्रत्याशित होने वाला है. भाजपा में नाराजगी का फायदा उठाने की कोशिश कांग्रेस कर रही है. अब 07 जनवरी को ही अध्यक्ष पद को लेकर खुलासा हो पाएगा.

आउट ऑफ स्टेशन कांग्रेस और भाजपा के पार्षद

इस समय तो भाजपा और कांग्रेस के जीते हुए पार्षद टूर में हैं और तफरीह का मजा ले रहे हैं. हो सकता है कि इस तफरीह के दौरान क्रॉस वोटिंग का गुणा भाग भी फिक्स हो जाए. जो हाल भाजपा में है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा नेताओं के बीच आपसी गुटिय राजनीति का फायदा कांग्रेस को अवश्य होगा. निर्दलीय के साथ-साथ जोगी कांग्रेस की पार्षद का समर्थन मिलना तय माना जा रहा है.

अध्यक्ष पद के लिए इनकी दावेदारी…

– कांग्रेस: जामुल की पूर्व पालिका अध्यक्ष सरोजनी चंद्राकर स्वत: दावेदार हैं. उनके अलावा सबिहा करीम खान हैं. मंत्री गुरू रूद्रकुमार की पहली पसंद सबिहा करीम खान. उनके अलावा साहू समाज से रामदुलार साहू (गुल्ली) हो सकते हैं. इसके लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है.

– भाजपा: पूर्व पालिका अध्यक्ष रेखराम बंछोर प्रबल दावेदार हैं. बताते हैं कि इनके अधिकांश पार्षद समर्थक हैं. उनके बाद पार्षद ईश्वर ठाकुर, दीपक गुप्ता और कविता बिस्वाल का नाम है.

कल देर रात निशा चेन्नेवार ने दिया समर्थन

नगर पालिका परिषद जामुल में कांग्रेस के पास सीट कम है लेकिन पहले दिन से पार्टी कान्फिडेंस में है. कान्फिडेंस में रहने का मतलब साफ है कि जामुल में कांग्रेस कुछ न कुछ खेल खेलने वाली है. वो खेल अब शुरू हो गया है. भले ही 7 जनवरी को जामुल में नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष व सभापति के लिए चुनाव हो. कल रात को जो हुआ है उसे बताने में देर नहीं करते. वार्ड-8 की निर्दलीय पार्षद निशा चेन्नेवार कांग्रेस में शामिल हो गई है. ये अपडेट 4 जनवरी की देर रात का है. पार्टी नेताओं की माने तो भाजपा के कुछ पार्षद संपर्क में है. हो सकता है कि भाजपा के कुछेक पार्षद ही कांग्रेस में शामिल हो जाए. आपको बता दें कि अहिवारा विधायक व पीएचई मंत्री गुरू रूद्रकुमार की टीम में विश्वसनीय आलोक पांडेय और युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमन सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं. दोनों परदे के पीछे रहकर कांग्रेस को मजबूत करने में लगे हुए हैं.