पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिले भर में 32 विभाग के 6500 अफसर कर्मी विगत 25 जुलाई से काम बंद कर हड़ताल में चले गए हैं. 34 प्रतिशत डीए और गृह भाड़ा की मांग को लेकर 25 जुलाई से सभी 34 विभाग के 6500 कर्मचारी अधिकारी हड़ताल पर चले गए हैं. अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के तय सुधा कार्यक्रम के मुताबिक हड़ताल 29 जुलाई तक अनवरत जारी रहेगा.

इस हड़ताल का असर अन्य विभागों की तुलना में सबसे ज्यादा स्कूल शिक्षा विभाग पर पड़ा है. ऐसा पहली बार हुआ है कि विभाग के जिला ब्लॉक के अफसर समेत स्कूलो में तैनात शिक्षक एक साथ आंदोलन पर डटे हुए हैं.

अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के जिला संयोजक प्रदीप वर्मा ने बताया कि 34 विभाग के 6500 अधिकारी कर्मचारी अपने हक लिए मैदान में है. इनमें से सर्वाधिक संख्या स्कूल शिक्षा विभाग के कर्मी अफसरों का है. लगभग 3800 कर्मी और अफसर आंदोलन में डटे हुए हैं. इस विभाग के रसोइया तक आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे ने अध्यापन कार्य का प्रभावित होना स्वाभाविक है.

बता दें कि जिले में 977 प्राथमिक स्कूल, 450 माध्यमिक स्कूल और 145 हाई और हायर सेकंडरी मिलाकर कुल 1,592 सरकारी शैक्षणिक संस्था संचालित हैं. जहां 4874 कर्मी और अफसर की पोस्टिंग है. इनमें नए शिक्षको को छोड़ लगभग 3800 कर्मी अफसर हड़ताल में हैं.

खेती किसानी के समय वे गरीब अभिभावक जिनके बच्चे दोपहर का भोजन एमडीएम योजना पर निर्भर रहते थे. ऐसे परिवार को अब बच्चों के लिए अतिरिक्त समय निकालना पड़ रहा है.

दफ्तरों को संविदा का वेंटिलेटर सपोर्ट
इस महाआंदोलन से सरकारी दफ्तरों में योजनाएं पूरी तरह ठप हो जाती, लेकिन डेलीविजेस वे सविंदा कर्मियो ने ठप हो रहे कामकाज को संभाल लिया है. स्वास्थ्य विभाग में कोरोना टीकाकरण ठप हो गया. इलाज और अन्य काम चल रहा है.

पंचायत विभाग से लेकर अन्य हितग्राही मूलक योजना चलाने वाले विभाग में दफ्तर खोले गए हैं. जनाकारी का आदान प्रदान हो रहा है, लेकिन लाभान्वित करने वाले स्टेप बन्द हो चुका है. हड़ताल से अंजान लोग राजस्व मामले के निपटारे के लिए दफ्तर तक आकर वापस लौट रहे हैं.

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