रायपुर. सांसद विजय बघेल ने केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने जगदलपुर-सुकमा कोंटा मार्ग के उन्नयन और चौड़ीकरण के लिए 8.386 हेक्टेयर वन भूमि के गैर-वानिकी कार्य के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमति देने की मांग की है.

उन्होंने पत्र के जरिए छत्तीसगढ़ राज्य को आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना राज्य से जोड़ने के लिए ये एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग है और राज्य के सर्वागिंण विकास के लिए कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र अंतर्गत प्रस्तावित इस राष्ट्रीय राजमार्ग के उन्नयन और चौड़ीकरण के लिए जल्द अनुमति देने की बात कही है.

आगे उन्होंने कहा, अन्य मार्ग बीजापुर की तरफ से जाने पर लगभग 150 किमी की अतिरिक्त दूरी का भार पड़ता है. बस्तर में उत्पन्न वन औषधि और तेंदूपत्ता के परिवहन का मुख्य मार्ग भी यही है. सड़क की चौड़ाई मात्र 3 मीटर चौड़ी होने के कारण बरसात के कीचड़युक्त दिनों में गाड़ियों के आवागमन के कारण से ट्रैफिक भयंकर रूप से बाधित रहता है और कई-कई दिनों तक बंद भी हो जाता है. क्योंकि, छत्तीसगढ़ राज्य के काफी मरीजों का आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना मे इलाज के लिए आना-जाना लगा रहता है और वाहनों का आवागमन बंद रहने के कारण इन मरीजों को आपात स्थिति में बहुत परेशानी होती है. ऐसी ही विकट परिस्थिति का सामना इस क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों को भी करना पड़ता है.