सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। मंत्री अमरजीत के बयान पर भाजपा के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पलटवार किया है. कहा कि कृषि सेस को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य के लिए अलग से कोई भार नहीं है. पूरे देश के राज्यों में कृषि सेस लगा है. हर चीज का ठीकरा केंद्र पर फोड़ना क्या ये न्यायोचित है? दोहरी पॉलिसी अपनाकर छत्तीसगढ़ सरकार अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रही है. मंडी टैक्स पहले राज्य में 50 पैसे था, जिसे राज्य सरकार ने बढ़ाकर 2 रुपए किया. अब किसानों के हित की बात कर रहे हैं.

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मौसम खराब व धान की व्यवस्था को लेकर राजेश मूणत बोले कि सरकार को धान के रखरखाव की व्यवस्था करनी चाहिए. पूर्ववर्ती सरकार के समय में मिलिंग का काम धान खरीदी तत्काल बाद होनी शुरू गई थी.

पूर्व का 28 लाख मीट्रिक टन धान सड़ चुका है. जिसे अब कोई नहीं खरीदेगा, अब जो धान खरीदी हुई वो सोसायटी में है. जिसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है.

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मंत्री अमरजीत भगत के सत्यनारायण कथा वाले बयान पर भी राजेश मूणत ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे उनकी बुद्धि पर तरस आ रहा. कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रशासन की है. इतने बड़े गायक को बुलाया तो भीड़ तो होगी ही.

मंत्री जी का ऐसा बयान है तो वे किस संस्कृति की तुलना छत्तीसगढ़ से करना चाहते है? वहां पिकनिक नहीं मनाया जा रहा था. बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा इस आयोजन को कराया गया. इस तरह के बेतुकी बयान देकर मंत्री जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं.

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