रायपुर। छत्तीसगढ़ में नाम घोटाले (pds scam chhattisgarh) को लेकर एक बार फिर सियासी पारा हाई है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस  नाम घोटाले मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के पीडीएस स्कैम और इससे जुड़ी मनी लांड्रिंग के मुद्दे को लगातार ढाई साल से हम उठाते आ रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के PDS स्कैम और इससे जुड़ी मनी लांड्रिंग के मुद्दे को लगातार ढाई साल से हम उठाते आ रहे हैं. नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी और तब सचिव रहे अधिकारी को बचाने की कोशिश की गई है. जांच के लिए SIT बनाई गई, लेकिन वह भी बचाने में लगी है.

रमन सिंह ने आरोप लगाया कि ED ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बचाने का षड्यंत्र किया. आलोक शुक्ला रिटायर होने के बाद भी संविदा पर प्रमुख सचिव के पद पर कार्यरत हैं. वहीं अनिल टुटेजा उद्योग विभाग में कार्यरत हैं. रमन सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने विपक्ष में रहते हुए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर मांग की थी कि आईएएस अधिकारियों के ख़िलाफ़ ईडी और सीबीआई की जांच की जाए. – ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि एसआईटी के सदस्य और एक क़ानूनी व्यक्ति ने केस को कमजोर किया है.

साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ किया गया- रमन

ईडी के अधिवक्ता कानू अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देते हुए कहा है कि साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ किया गया है. भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का काम किया जा रहा है. जब अधिकारियों के ख़िलाफ़ चार्ज फ़्रेम हो चुका है तो ये बेनक़ाब हो चुके हैं. हमारी सरकार ने दोनों अधिकारियों को निलंबित किया था. आज की सरकार उन्हें बचा रही है.

कांग्रेस का रमन पर पलटवार

इस पर शैलेष नितिन त्रिवेदी ने रमन सिंह पर निशाना साधा. उन्होंने है कि नाम घोटाले की आज प्रेस कॉन्फ्रेंस लेने वाले लोग वही हैं, जो 15 साल इसी नान घोटाले के हितग्राही रहे हैं. रमन सिंह को बताना चाहिए नान घोटाले में सीएम मैडम कौन थी. ऐश्वर्या रेजिडेंसी में किसकी साली निवास करती थी, जिसका नाम नान घोटाले में आया था. इन दोनों नामों को लेकर पिछली सरकार में जांच क्यों नहीं होने दी गई. शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि शिवशंकर भट्ट ने रमन सरकार के किस मंत्री के ऊपर आरोप लगाया और पोल खोल अभियान किया था. विक्रम उसेंडी व धरमलाल कौशिक ने नान की जांच को आगे रोकने के लिए क्यों याचिका दायर की. भट्ट की डायरी के 113 पन्नों में 107 पन्ने वो कौन से हैं, जिन्हें रमन सिंह की सरकार में दबाया गया. क्या उन पन्नों में सीएम मैडम के साथ-साथ सीएम सर का भी जिक्र था, यह रमन सिंह स्पष्ट करें.

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