रामकुमार यादव,अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत हुई है. फाइनेंस कंपनी से समूह की महिलाओं ने लोन लिया था. अब कंपनी लॉकडाउन के वक्त का ब्याज और किस्त देने के लिए महिलाओं पर दबाव बना रही है. यही वजह है कि महामाया पारा की महिलाओं ने कंपनी के खिलाफ कलेक्टर संजीव कुमार झा से की है. महिलाओं ने लॉकडाउन के समय की किस्त और ब्याज माफ कराए जाने की मांग की है.

समूह बनाकर कंपनी ने दिया था लोन

शिकायत लेकर कलेक्टोरेट पहुंची महिलाओं ने बताया कि बीते दिनों माइक्रो फाईनेंस कंपनी ने अंबिकापुर शहर के महामाया पारा में कैम्प लगाया था. 8 से 10 महिलाओं का समूह बनाकर 20 से 40 हजार रुपए तक प्रत्येक समूह को लोन दिया था. समूह की महिलाए समय-समय पर किस्त जमा कर रहीं थीं. लेकिन लॉकडाउन होने पर उनका काम बंद हो गया. जिस कारण समूह को पैसा नहीं दें पाईं.

पैसे के लिए बना रहा दबाव

उनका कहना है कि शासन की तरफ से निर्देश दिया गया था कि लॉकडाउन के समय का ना तो ब्याज लिया जाए, ना ही कोई किस्त लिया जाए. लेकिन माइक्रो फाईनेंस कंपनी लॉकडाउन के समय का भी किस्त और पूरा ब्याज लगभग 8 से 10 हजार रुपए दबावपूर्वक मांग रही है.

किस्त और ब्याज माफ कराने की मांग

महिलाओं ने ये भी बताया कि माइक्रो फाईनेंस कंपनी समूह की महिलाओं को पैसे के लिए धमकाया भी जा रहा है. उन्हें कहा जा रहा है कि जैसे भी हो पैसा लाकर दो. इस बात से हताश निराश महिलाओं ने कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है. महिलाओं की मांग है कि लॉकडाउन के समय की किस्त और ब्याज माफ कराई जाए.

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