शिवम मिश्रा, रायपुर। छत्तीसगढ़ के निलंबित एडीजी और आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. फिलहाज जीपी EOW और ACB की टीम के शिंकजे में है. EOW के अफसर जीपी सिंह से लगातार पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन जीपी सिंह साजिश, संपत्ति और मददगारों की राज खोलने में अफसरों की मदद नहीं कर रहे हैं. कड़ाके की ठंड में भी सच्चाई उगलवाने में अफसरों के पसीने छूट रहे हैं. अब तक EOW और ACB की टीम को कुछ खास जानकारी नहीं मिल सकी है. EOW सूत्रों के मुताबिक जीपी सिंह ने जब्त मोबाइल का कोड बताने से इनकार कर दिया है. अब अफसर फॉरेंसिंक टीम की मदद लेने पर मजबूर हो रही है.
दरअसल, निलंबित एडीजी जीपी सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 2 दिनों की रिमांड पर लिया है. निलंबित एडीजी जीपी सिंह की आज 1 दिन की रिमांड पूरी हो चुकी है. एसीबी/ईओडब्लू को कल शाम 5 बजे तक कोर्ट में पेश जीपी सिंह को पेश करना होगा.
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जीपी सिंह से आज दिन भर पूछताछ की है, लेकिन जांच टीम जीपी सिंह के मोबाइल फोन का राज अब तक नहीं खोल पाई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी मुख्यालय में करीबन 11 घंटों तक चली पूछताछ के बाद भी जीपी सिंह ने मोबाइल का मास्टर कोड देने से इनकार कर दिया है.
दरअसल, आय से अधिक संपत्ति के मामले में जीपी सिंह का बयान लिया गया, लेकिन निलंबित एडीजी जीपी सिंह सवालों से बचते नजर आए. जीपी सिंह के पास बरामद मोबाइल का मास्टर लॉक अब तक नहीं खुल पाया है. जब जीपी सिंह से पेनड्राइव की जानकारी मांगी गई, तो उसे भी उन्होंने जानकारी नहीं होने का हवाला दिया.
छ्त्तीसगढ़ से फरार घोषित किए जाने के बाद से जीपी सिंह की हर एक गतिविधियों पर एसीबी और मुखबीर तंत्रों की नजर थी. एसीबी की टीम अब इस बात की जानकारी जुटाने में लग गई है. इतने दिनों तक जीपी सिंह को फरारी कटवाने में उनकी मदद किस-किस व्यक्ति ने की है. फरारी के दौरान कौन-कौन व्यक्ति जीपी सिंह के संपर्क में था. एसीबी की टीम कई मामलों में अब भी साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है.
एसीबी मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि जीपी सिंह पूछताछ में किसी भी प्रकार की मदद नहीं कर रहे हैं. हर सवालों के जवाब से बचते नजर आ रहें है. इतना ही नही पूछताछ के दौरान जीपी सिंह ने अपने वकीलों को सामने बुलाने की मांग की है.
सूत्रों के मुताबिक छापेमारी दौरान जीपी सिंह के बंगले से पेन ड्राइव, टैब, समेत कई इलेट्रॉनिक डिवाइस जब्त हुए थे. साथ ही गिरफ्तारी के दौरान भी स्मार्टफोन एसीबी के हाथ लगा है, जिसकी जानकारी जीपी सिंह से मांगी जा रही है. अगर जीपी सिंह सहयोग नहीं करते हैं, तो फॉरेंसिक जांच की मदत ली जा सकती है.
जुलाई 2021 में ACB-EOW ने मारा था छापा
गौरतलब है कि 1 जुलाई 2021 की सुबह 6 बजे ACB-EOW की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में उनके सहयोगियो समेत उनके सभी ठिकानो पर एक साथ छापा मारा था जिसमें 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था और 10 करोड़ की संपत्ति मिलने और इसके बढ़ने की आधिकारिक जानकारी दी गई थी.
इसके अलावा छापे के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले थे, जिसके आधार पर रायपुर कोतवाली में IPS जीपी सिंह पर राज्य सरकार राजद्रोह, का मामला दर्ज हुआ था. जिसका चालान कोतवाली पुलिस पहले ही कोर्ट में पेश कर चुकी है जो कोर्ट में विचाराधीन है और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर में अनुपातहीन संपत्ति और भष्टाचार निवारण अधिनियम और धारा 201,467,471 के आरोप में निलंबित आईपीएस जी.पी.सिंह का प्रकरण दर्ज है.
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