रामकुमार यादव, अंबिकापुर। शहर में एमआई हेल्थ केयर का ऑफिस खोलकर रुपए डबल करने का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले तीन शातिर ठग पुलिस के हत्थे चढ़े है. वहीं मामले के दो आरोपी अभी फरार है. आरोपियों ने करीब एक करोड़ रुपए का चूना लगाया था. ठगी के शिकार हजारों लोगों ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की थी. तब से सभी आरोपी फरार चल रहे थे. पुलिस को आरोपियों के बारे में सूचना मिलने के पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तीनों ठग से अब तक नकदी के नाम पर कुछ बरामद नहीं हुआ है.

दरअसल पूरा मामला 2016 में आए कोतवाली थाने में ठगी के शिकायत से जुड़ा है, जिसमें कुछ लोगों ने 2016 में कोतवाली पुलिस को एक शिकायत ज्ञापन देते हुए शिकायत दर्ज कराई थी कि रिंग रोड नमना कला स्थित एम आई हेल्थ केयर के नाम से एक ऑफिस खोल कर 2011 से 2014 तक रुपए डबल करने को लेकर एक चिटफंड कंपनी बैंक की तरह संचालित हो रही है जिसमें हजारों लोगों ने लालच में आकर करोड़ों रुपए जमा कर दिए हैं. लेकिन ऑफिस बंद करके मैनेजिंग डायरेक्टर निर्मई विश्वास डायरेक्टर अर्चना विश्वास चेयरमैन सलालम चौबे डायरेक्टर अनिल कुमार पोद्दार डायरेक्टर जहांगीर मनीता गायब हो गया. तब मामले में ठगे गए लोगों को इस बात की जानकारी लगी कि उनके साथ धोखा हुआ है.

सभी एकजुट होकर अंबिकापुर कोतवाली थाना पहुंचे और पांचों ठग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिनमें से मुख्य आरोपी निमाई विश्वास जो मैनेजिंग डायरेक्टर की पोस्ट पर था और अर्चना विश्वास जो डायरेक्टर के पोस्ट पर हैं दोनों ही पति-पत्नी हैं और दोनों ही इस पूरे खेल के मास्टरमाइंड है जिनके द्वारा यह कंपनी संचालित की गई और हजारों लोगों को ठगा गया. इन दोनों मास्टर माइंड को अभी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है. मामले में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है.

कोतवाली प्रभारी तरशिला टोप्पो ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों से उन्हें लगातार इसकी जानकारी मिलती रही. पुलिस के द्वारा टीम बनाकर कर आरोपियों की तलाश में पुलिस पश्चिम बंगाल गई थी, जहां से तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लाया है. वहीं मुख्य आरोपी दंपत्ति निमाई विश्वास व अर्चना विश्वास की पुलिस लगातार खोजबीन कर रही है. मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को रिमांड पर जेल दाखिल कर दिया है

पुलिस ने बताया कि रिकवरी के नाम पर अभी उनके हाथ खाली हैं पर इनमें से एक आरोपी की प्रतापपुर केरता में कई एकड़ भूमि है जिसे आरोपी ने ठगी के पैसों से खरीदी किया है. पुलिस अभी दोनों मुख्य आरोपियों की पतासाजी में लगी हुई है और रकम की रिकवरी में जुटी हुई है. सरगुजा पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी.

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