कोरबा. उरगा थाने इलाके में फर्जी पुलिस का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने हरदीबाजार निवासी कबीर कंवर उर्फ रविदास को गिरफ्तार किया है. आरोपी फेक पुलिस बनकर लोगों से ठगी करता था. शिकायत के बाद आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा.

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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी पुलिस की वर्दी पहनकर शिव दास के घर कचौरा गांव पहुंचा. आरोपी ने खुद को पुलिस लाइन में तैनात आरक्षक बताया. कचौरा निवासी शिव दास का बेटा हत्या के आरोप में जेल में बंद है. उक्त आरोपी ने बताया कि उनका बेटा जेल से फरार हो गया था, लेकिन चांपा में पकड़ा गया.

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ऐसे की थी पूरी प्लानिंग

आरोपी ने हत्या के आरोपी के परिजनों को झांसे में लिया. पुलिस से छुड़ाने के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की. आरोपी उक्त  आरोपी के परिजनों को अपने साथ चांपा ले गया. जहां रकम लेने के बाद गायब हो गया. जब वह काफी समय के बाद नहीं पहुंचा, तो पीड़ित परिवार को अपने ठगे जाने का अहसास हुआ और वे पुलिस से शिकायत करने पहुंचे.

शराब दुकान के पास से आरोपी गिरफ्तार

फर्जी पुलिस और ठगी मामले को सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया. पुलिस की टीम चांपा के लिए रवाना हुई. काफी तलाश के बाद आरोपी शराब दुकान के पास पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

फर्जी पुलिस वाला गिरफ्तार

उरगा थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी कबीर कंवर हरदीबाजार का रहने वाला है. कोरबा नवलपुर फाटक के पास रेल कर्मी की हत्या हुई थी. इस मामले में प्रेम दास जेल में बंद है. इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने ठगी की प्लानिंग की. आरोपी ने पीड़ित परिवार से 10 हजार रुपये लिया था. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.