प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। जिले के एक दंपति ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का गंभीर आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि आठ माह पहले गांव के दो लोगों ने उनकी आबरू लूटने की कोशिश की. जिसके बाद रिपोर्ट लिखाने रेंगाखार थाना पहुंचे, जहां उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी और हम दोनों को जेल भेज दिया. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सोमवार को एसपी शलभ सिन्हा से मामले की शिकायत की है. एसपी से मांग की है कि भ्रष्ट थाना प्रभारी और दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

रेंगाखार थाना क्षेत्र के ग्राम बरेंडा निवासी भादू सिंह अपने परिवार के साथ मजदूरी कर झोपड़ी में जीवन यापन करते हैं. भादू की पत्नी अपने घर के आंगन में चावल साफ कर रही थी. महिला का आरोप है कि गांव के शिक्षक हेम सिंह और उनके साथी अकेली देख घर पहुंचे, जहां पर महिला को पैसे की लालच देखकर दुष्कर्म करना चाह रहे थे. महिला जब संबंध बनाने सहमति नहीं दी तो दोनों आरोपियों ने महिला से जबरदस्ती करने लगे. दोनों आरोपी हाथ पकड़कर साड़ी और ब्लाउज उतारने लगे. महिला की चीख सुनकर उनके पति मौके पर पहुंचे, जहां दोनों की हरकत देख पति दंग रह गए. दोनों आरोपियों को मार पीटकर थाने ले जाने की बात कही. जहां दोनों आरोपियों ने छुड़ाकर मौके से फरार हो गए.

इसके बाद दोनों आरोपियों ने रेंगाखार थाना पहुंचकर झूठी पीड़ित दंपति के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखाकर मामला दर्ज करा दिया. वहीं पीड़िता परिवार ने मामले की शिकायत करने पुलिस थाने पहुंची तो वर्तमान थाना प्रभारी ने दोनों की बात को अनदेखी कर मारपीट का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया.

दोनों पीड़ित दंपति आठ माह की सजा काटने के बाद कल मामले की शिकायत कवर्धा एसपी शलभ सिन्हा से की है. पीड़ित दंपति का आरोप है. दोनों आरोपियों से थाना प्रभारी ने पैसे लेकर कार्रवाई नहीं कर पीड़िता परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था. अब पीड़ित परिवार एसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. थाना प्रभारी और दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

वहीं एसपी ने दोनों को भरोसा दिलाते हुए निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

read more- Chhattisgarh Ranked Second by Central Department of Health and Family Welfare for the FY 2021-22