संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। मुंगेली जिले के लोरमी तहसील में कोरोना संक्रमण काल के दौरान जारी नियमों की खुलेआम धज्जियां धान खरीदी केंद्र प्रभारियों द्वारा उड़ाई जा रही है. ताजा मामला लोरमी तहसील के धान खरीदी केंद्र दाउकापा का है, जहां प्रभारी विश्वनाथ साहू के द्वारा खुले में रखे धान को बोरी में भरने लगाया गया है. दर्जन भर से अधिक नाबालिगों समेत अन्य मजदूरों की जान को जोखिम में डालते हुए बिना मास्क और सेनेटाइजर लगाए ही कड़ी धूप में धान बोरी भरवाया जा रहा है. साथ ही नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराया जा रहा है.

एक नाबालिग ने बताया कि दो दिन से वह काम पर आ रहा है, यहां प्रतिदिन 15 से 20 बच्चे काम करने धान खरीदी केंद्र में आते हैं, जिन्हें प्रत्येक कट्टी में धान भरने के एवज में दो रुपए के हिसाब से भुगतान दिया जा रहा है.

इसे भी पढ़े- चार दिन बाद घायल बाघिन का किया रेस्क्यू, विशेषज्ञों की देखरेख में इलाज जारी, जताई जा रही ये आशंका

धान खरीदी केंद्र के प्रभारी विश्वनाथ साहू ने कहा कि सभी बच्चे गांव से आकर मजदूरी कर रहे लोगों के हैं, और कुछ नाबालिग खेलने के लिए आए हुए हैं जिनके द्वारा धान भरने का काम किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया कि जितने भी बच्चे धान के खाली बोरी में धान भरने का कार्य कर रहे हैं, उनका भुगतान उनके परिजनों को दिया जाता है

मामले में धान खरीदी केंद्र के चौकीदार चंद्रकुमार साहू ने बताया कि गांव के बच्चे दो पैसा कमाने के लालच में आकर धान भरने का काम पिछले चार दिनों से कर रहे हैं, जिन्हें धान खरीदी केंद्र प्रभारी के द्वारा न तो मास्क दिया गया है और न ही सेनेटाइजर. वहीं मामले में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है कि छोटे-छोटे नाबालिग बच्चों से सभी नियमों को ताक में रखते हुए खुलेआम धड़ल्ले से बाल श्रम कराया जा रहा है, जो कानूनी अपराध है.

इस पूरे मामले में एसडीएम चित्रकांत चार्ली ठाकुर ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है. बहरहाल देखना होगा इस पूरे मामले में कब तक जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

read more- Chhattisgarh Ranked Second by Central Department of Health and Family Welfare for the FY 2021-22