सत्यपाल राजपुत, रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन का कार्यालय अंधकार की चपेट में है. कार्यालय में आए दिन बिजली गुल हो जाती है, जिसके कारण कर्मचारियों को अधेंरे में काम करना पड़ता है. सीजीएमएससी का कार्यालय नीली बिल्डिंग सेक्टर 27 नवा रायपुर के चौथे फ़्लोर पर है. यहां कर्मचारी मोबाइल टार्च या खिड़की रोशनी में कार्य करने को मजबूर है. बिजली कट के कारण काम प्रभावित हो रहा है.

मिली जानकारी के मुताबिक किसी दिन दो घंटे तो किसी दिन एक घंटे बिजली गुल हो जाती है. गर्मी में अधिकारी और कर्मचारियों पसीने से तर-बतर होकर काम करने में मजबूर होते हैं. कोई रूमाल तो कई फाइल से पंखा बनाकर गर्मी शांत करने की कोशिश करता हैं. अधिकारी और कर्मचारियों के लिए कार्यालय का माहौल काला पानी जैसा होता है. कार्यालय में लगा जनरेटर सिर्फ लिफ्ट के लिए उपयोग होता है. बता दें कि सीजीएमएससी स्वास्थ्य विभाग के लिए दवा, मशीन की खरीदी और सप्लाई करता है.

CGMSC में कार्यरत कर्मचारियों ने भी अपना दर्द लल्लूराम डॉट कॉम की टीम से साझा करते हुए कहा कि ये आज का नहीं बल्कि हर दिन यही हालात होता है, गर्मी और पसीना से परेशान रहते हैं, एक मिनट पंखा कूलर या एसी बंद हो तो लोग छटपटाने तड़पने लगते हैं, तो सोचो हमारा क्या हालात होता है.

बिजली गुल सिस्टम बंद
बिजली गुल होने पर सिस्टम शट डाउन हो जाता है कामकाज ठप्प हो जाता है. इमरजेंसी काम के लिए भी घंटों इंतज़ार करना पड़ जाता है. कई ऐसे पत्र होते हैं जिसे तत्काल भेजने की ज़रूरत होती है लेकिन कंप्यूटर बंद होता है तो काम अटक जाता है

दूसरे राज्यों में बन रही ये छवि

वहीं कहा कि दूसरे राज्य के लोग यहाँ काम करते हैं आते हैं और ऐसा हालात देखकर वहाँ जाकर क्या करते होंगे हम सभी समझ सकते हैं. छत्तीसगढ़ के ख्याल मेज़बान तो होगा समझा जा सकता है, प्रदेश के दूसरे सास की कार्यालयों में ऐसा हालात नहीं है तो यहाँ क्यों है ?

इमरजेंसी सेवा में काम ढीला

इमरजेंसी सेवा देने वाले हॉस्पिटल के लिए सामान ख़रीदी यहाँ से किया जाता है. वहाँ लैब में उपयोग होने वाला केमिकल का यहाँ से सप्लाई होता है. ऐसे ही स्थिति में सोचा जा सकता है कि काम कितना ढीला होता है.

जनरेटर में क्षमता नहीं
बिल्डिंग में लगे जनरेटर से ही संचालन होता है. अन्य उपयोग के लिए क्षमता नहीं है इसलिए बिजली गुल होने पर दिन में भी अंधेरा हो जाता है.

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