मनोज उपाध्याय, मुरैना। चंबल का नाम आते ही लोगों के जेहन में डाकूओं के नाम आने लगते हैं. लेकिन अब परिभाषा बिलकुल उलट होती जा रही है. इसका ताजा उदाहरण मुरैना से एक बार फिर सामने आया है. यहां एक युवक का चयन इसरो में वैज्ञानिक के पद पर हुआ है.

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दरअसल, मुरैना के गणेशपुरा की कुम्हारगली में रहने वाले 25 वर्षीय मनू पुत्र पंकज डण्डोतिया का चयन इसरो में वैज्ञानिक के पद पर हुआ है. वैज्ञानिक बने मनू के पिता पंकज डण्डोतिया सरकारी स्कूल के हेडमास्टर और वर्तमान में मुरैना डीपीसी कार्यालय में एपीसी पद पर पदस्थ हैं.

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मनू डण्डाेतिया ने नोयडा की आईटी कंपनी में नौकरी करते हुए साल 2019 में इसरो में भर्ती के लिए परीक्षा दी थी. कोरोना के कारण परीक्षा का परिणाम इस साल फरवरी में आया. उसके बाद मनू ने इंटरव्यू दिया, जिसमें भी पास हुआ और बीते रोज उसे इसरो में वैज्ञानिक के पद पर ज्वाइनिंग देने का ऑफर लेटर आया है.