नई दिल्ली. चारधाम की यात्रा करने वाले भक्तों के लिए अच्छी खबर है. खबर ये है कि यदि वे ऑलवेदर रोड से सफर करेंगे तो न केवल उन्हें नई सड़क मिलेगी बल्कि दूरी भी पहले से कम हो जाएगी.

ऋषिकेश से चार धाम की दूरी घटी

इस यात्रा रूट पर पुल निर्माण और मोड़ सीधे होने के साथ-साथ सुरंग बनने से चारधाम की दूरी 20 किमी तक घट गई है. पहले ऋषिकेश से चारधाम की दूरी (जाना और आना) 1528 किमी थी, जो अब घटकर 1508 किमी रह गई है. ऑलवेदर प्रोजेक्ट के तहत चारधाम यात्रा रूट का चौड़ीकरण काम अभी जारी है.

ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग तक 8 किमी दूरी घटी

बदरीनाथ-केदारनाथ रूट पर भी ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग तक काम लगभग पूरा हो रहा है. रुद्रप्रयाग तक करीब 15 पुल बनाए गए हैं. जिससे ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग तक की दूरी आठ किमी घटी है.

जल्द शुरू होगी चार धाम यात्रा

रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड, यमुनोत्री से गंगोत्री की दूरी हुई कम

रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक भी दूरी एक किमी कम हुई है, श्रीनगर में धारी देवी के पास बाईपास बन रहा है. इसके बन जाने के बाद बदरी-केदार की दूरी नौ किमी और कम हो जाएगी. यमुनोत्री पर भी ब्रह्मखाल के पास सुरंग का काम जारी है, चंबा में सुरंग बनने से गंगोत्री की दूरी दो किमी कम हुई है.

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ट्रेन से 33 किमी घटेगी बदरीनाथ की दूरी

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन का काम 2024 तक पूरा होना है. कर्णप्रयाग तक रेललाइन की दूरी 126 किमी है. जबकि सड़क से यह दूरी 156 है. रेललाइन बनने के बाद बदरीनाथ की दूरी 33 किमी घट जाएगी.

  • ऑलवेदर प्रोजेक्ट के तहत चारधाम यात्रा का नया रुट एक नजर में देखे
  • यात्रा रूट                       पहले    अब    दूरी घटी
  • ऋषिकेश से जानकीचट्टी     242    240    02 किमी
  • जानकीचट्टी से गंगोत्री         236    236    00 किमी
  • गंगोत्री से गौरीकुंड             415    405    10 किमी
  • गौरीकुंड से बदरीनाथ         235    235    00 किमी
  • बदरीनाथ से ऋषिकेश        300    292    08 किमी

सरकार ने अगले पांच साल में उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. जिसके जहत पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए चार धाम यात्रा के लिए नए रुट बनाए गए है जिससे चार धाम यात्रियों को सुविधा मिल सकें.