पवन कुमार,बीजापुर– प्राथमिक शाला हल्बपारा पदेड़ा स्कूल में घटिया किचन शेड निर्माण का आरोप स्थानीय पार्षद और हेडमास्टर ने लगाया है. उन्होंने बताया कि मन मुताबिक कालम और बिना बेस के शेड निर्माण कार्य कराया जा रहा है. साथ ही दीवारों में प्लास्टर के दो घंटे बाद ही रंगाई पोताई भी ठेकेदार द्वारा करा दी गई है.

साथ ही दीवारों में प्लास्टर के दो घंटे बाद ही रंगाई पोताई भी ठेकेदार द्वारा करा दी गई है. इस निर्माण कार्य को लेकर पार्षद पुरुषोत्तम सल्लुर और स्कूल के हेडमास्टर तुलाराम सार्वा ने गुणवत्ता पर सवाल उठाए है. बिना क्युरिंग और बेस के शेड कब तक टिक पाएगा इसकी गारंटी जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर और साहब की गोद में बैठे ठेकेदार ही दे सकते हैं.

दरअसल नक्सल क्षेत्र होने की वजह से निर्माण कार्य में ठेकेदारों को गुणवत्ता में थोड़ी रियायत दी जाती है. लेकिन अधिकारियों से संरक्षण मिले ठेकेदार जिला मुख्यालय में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं. जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से महज 1 किमी दूर प्राथमिक शाला हल्बपारा पदेड़ा स्कूल में बन रहे निर्माण कार्य को जाकर जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर निरीक्षण करने की जहमत तक नहीं उठाई.

मिली जानकारी के मुताबिक जिले में 20 से ज्यादा किचन शेड का निर्माण कार्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा कराया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार जिलेभर के सभी शेड निर्माण का कार्य पूर्ववत प्रमोद ठाकुर के चहेते ठेकेदार रेड्डी के द्वारा ही कराया जा रहा है.

मुख्यालय में बन रही शेड की हालत को जिले में शेड निर्माण कार्य का पैमाना माना जाए तो स्पष्ट है कि ये स्कूली बच्चों की सेहत से ज्यादा अधिकारी और भ्रष्ट ठेकेदार की लालच की बलि चढ़ती दिख रही है.

देखिए वीडियो-

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